बरसात में भूस्खलन से हाईटेंशन लाइन गिरने का खतरा
चकराता बिजली से रोशन हो रहे सीमांत क्षेत्र के करीब दो सौ गांवों में पावर सप्लाइ बाधित होने की आशंका बनी हुई है।
संवाद सूत्र, चकराता: बिजली से रोशन हो रहे सीमांत क्षेत्र के करीब दो सौ गांवों में पावर सप्लाई को बिछी हाइटेंशन लाइन पर आपदा का खतरा मंडराने लगा है। सड़क निर्माण से खतरे की जद में आई ऊर्जा निगम की साहिया से त्यूणी व सावड़ा बिजलीघर को जाने वाली हाईटेंशन लाइन के कई पोल पहाड़ दरकने से किसी वक्त गिर सकते हैं। भूस्खलन से लाइन के क्षतिग्रस्त होने की आशंका के चलते ऊर्जा निगम की टीम प्रभावित इलाके में लगातार पेट्रोलिग कर रही है। एसडीओ अशोक कुमार ने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी है।
पछवादून के ढकरानी पावर हाउस से जौनसार-बावर के सीमांत त्यूणी व चकराता तहसील से जुड़े ग्रामीण इलाकों को बिजली सप्लाई होती है। इसी कड़ी में ऊर्जा निगम की हाइटेंशन लाइन साहिया से सावड़ा व त्यूणी बिजलीघर के लिए बिछाई गई। करीब डेढ़ सौ किमी लंबी 33केवीए की हाइटेंशन लाइन के आठ से दस पोल म्यार खड्ड के पास निर्माणाधीन पीएमजीएसवाई के जगथान-बुरायला मार्ग कटिग की जद में आने से इसके क्षतिग्रस्त होने का खतरा पैदा हो गया। उपखंड अधिकारी ऊर्जा निगम चकराता अशोक कुमार ने कहा कुछ समय पहले म्यार खड्ड के पास सड़क कटिग कार्य के चलते दो से तीन किमी लाइन के गिरने का खतरा है। क्षेत्र में लगातार जारी बरसात के चलते सड़क निर्माण की जद में आई हाईटेंशन लाइन के पोल के नीचे भूस्खलन होने से लाइन किसी भी वक्त टूट कर जमीन पर गिर सकती है। ऐसे में किसी अनहोनी व खतरे की आशंका के चलते ऊर्जा निगम की दो टीम शिफ्ट में पेट्रालिग के लिए लगाई गई है। भूस्खलन से हाईटेंशन लाइन के क्षतिग्रस्त होने से सीमांत इलाके में पावर सप्लाई ठप पड़ जाएगी। ऊर्जा निगम ने पूर्व में संबंधित विभाग को सड़क कटिग कार्य के चलते खतरे की जद में आई लाइन के पास सुरक्षात्मक कार्य कराने का अनुरोध किया था। बावजूद इसके पीएमजीएसवाई लोनिवि खंड ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिससे समस्या ज्यादा बढ़ गई। एसडीओ ने मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है।