Heli Service: केदारनाथ व हेमकुंड हेली सेवा शुरू होने में लगेगा समय, जानें- कितना है एक तरफ का किराया
Heli Service सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू कर दी है। इसके साथ ही अब नजरें केदारनाथ व हेमकुंड साहिब के लिए चलने वाली हेली सेवाओं पर टिक गई हैं। हालांकि इसके लिए यात्रियों को इंतजार करना होगा। हेली कंपनियों के चयन की वजह से यह दिक्कत नहीं है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Heli Service उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू कर दी है। इसके साथ ही अब नजरें केदारनाथ व हेमकुंड साहिब के लिए चलने वाली हेली सेवाओं पर टिक गई हैं। हालांकि, इसके लिए यात्रियों को इंतजार करना होगा। हेली कंपनियों के चयन की वजह से यह दिक्कत नहीं है। हेली सेवाओं को शुरू करने के लिए हेलीपैड को महानिदेशक नागरिक उड्डयन (डीजीसीए) कार्यालय का अनापत्ति प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। इसके लिए डीजीसीए सभी हेलीपैड का सर्वे करेगा। वहां से अनुमति मिलने के बाद ही हवाई सेवा शुरू हो सकेगी। हेली सेवाओं का किराया बीते वर्ष की भांति ही रहेगा।
प्रदेश में हर साल केदारनाथ व हेमकुंड के लिए हेली सेवाएं संचालित होती हैं। इन हेली सेवाओं के संचालन को बीते वर्ष यानी 2020 में नागरिक उड्डयन विभाग ने हेली कंपनियों से तीन वर्ष के लिए टेंडर आमंत्रित किए। न्यूनतम दरों पर हेली सेवाएं देने वाली हेली कंपनियों को ये टेंडर दे दिए गए। कोरोना महामारी के कारण लगे देशव्यापी लाकडाउन से भी यह यात्रा शुरुआती चरण में पूरी तरह प्रभावित हुई।
सितंबर के बाद थोड़ी बहुत यात्रा चली भी, लेकिन इसमें बाहर से बहुत ही कम यात्री आए। इस कारण हेली सेवाओं का संचालन न के बराबर ही रहा। इस वर्ष सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू करने की तैयारी की थी। इस बीच अप्रैल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण यात्रा प्रभावित हुई। सरकार ने प्रयास भी किया लेकिन हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। अब हाईकोर्ट ने यात्रा को मंजूरी दे दी है। अब श्रद्धालु हेली सेवाओं के संबंध में जानकारी जुटाना शुरू कर रहे हैं। अभी स्थिति यह है कि ये हेली सेवाएं फिलहाल शुरू नहीं की जा रही हैं। कारण यह कि पर्वतीय क्षेत्रों में बने हेलीपैड की जांच बहुत जरूरी होती है। यह देखा जाता है कि इनसे टेक आफ और लैंडिग में कोई समस्या न हो।
हेलीपैड का अनापत्ति मिलने के बाद ही ये सेवाएं शुरू हो पाएंगी। सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर का कहना है कि गत वर्ष तीन साल के लिए टेंडर किए गए थे। अब डीजीसीए के सर्वे के बाद ही हेली सेवाएं शुरू होंगी। चूंकि हेली सेवाओं से तीन वर्ष के लिए करार है इस कारण किराये में कोई वृद्धि नहीं होगी।
हेली सेवाओं का एक तरफ का किराया (रुपये में)
सिरसी से केदारनाथ- 2340
फाटा से केदारनाथ- 2360
गुप्तकाशी से केदारनाथ- 3875
गोविंदघाट से घांघरिया- 2975