रायवाला में 15-20 मिनट की मूसलधार बारिश, मलबे से पटी सड़क

जल संस्थान की सुस्ती ग्रामीणों पर भारी पड़ने लगी है। पेयजल लाइन बिछाने को तीन महीने पहले खोदी गई सड़क की मरम्मत नहीं हुई लिहाजा रविवार दोपहर को 20 मिनट तक हुई मूसलधार बारिश से रायवाला क्षेत्र की तमाम सड़कें मलबे से पट गई।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 02:05 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 02:05 PM (IST)
रायवाला में 15-20 मिनट की मूसलधार बारिश, मलबे से पटी सड़क
तीन माह से इस तरह बदहाल है पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़क। जागरण

संवाद सूत्र, रायवाला। जल संस्थान की सुस्ती ग्रामीणों पर भारी पड़ने लगी है। पेयजल लाइन बिछाने को तीन महीने पहले खोदी गई सड़क की मरम्मत नहीं हुई, लिहाजा रविवार दोपहर को 20 मिनट तक हुई मूसलधार बारिश से रायवाला क्षेत्र की तमाम सड़कें मलबे से पट गई।

रायवाला में बनखंडी रोड व प्रतीतनगर-गौहरीमाफी संपर्क मार्ग को पेयजल लाइन बिछाने के लिए खोद कर छोड़ा गया है। दोपहर को हुई तेज बारिश के कारण पानी सड़क पर बहने लगा और देखते ही देखते यह दोनों सड़के मलबे से पट गई। वहीं जगह-जगह गड्ढे बनने से वाहनों का निकलना भी दूभर हो गया। प्रतीतनगर ढाल पर तो स्थिति और भी ज्यादा बदतर हो गई। सड़क पर मलबा पत्थर जमा होने से दुपहिया वाहनों के फिसलने का खतरा बन गया है।

दरअसल रायवाला में पेयजल वितरण लाइन बिछाने के लिए की गई खोदाई से सड़कों की हालत बदरंग है। इससे न केवल राहगीर बल्कि दुकानदार भी परेशान हैं। कई बार सड़क पर गुजरते वाहन से पत्थर व कीचड़ उछलकर दुकान के भीतर तक पहुंच जाता है। हालांकि बीते शुक्रवार और शनिवार को ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन के बाद रविवार से सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हुआ, लेकिन दोपहर में हुई तेज बारिश से न केवल काम बंद करना पड़ा बल्कि सड़कों की हालत और भी बदरंग हो गई।

--------------- 

स्वतंत्रता सेनानी के गांव वाले सड़क के लिए करेंगे आंदोलन

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. चंदन सिंह बिष्ट के गांव कुमार्था में आज तक सड़क नहीं पहुंच पाई है। इस गांव के नागरिकों ने अब सड़क के लिए आंदोलन का मन बनाया है। रविवार को यमकेश्वर विकासखंड के क्षेत्र पंचायत बूंगा की ग्राम सभा कुमार्था में क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में गांव के रैबासी, प्रवासी व पंचायत प्रतिनिधियों ने शिरकत की। क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा व पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने कहा कि सरकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांवों को एक ओर मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा करती हैं।

यह भी पढ़ें-Uttarakhand Weather Update: 72 घंटे में उत्तराखंड पहुंच सकता है मानसून, बारिश और अंधड़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी