बचाव और राहत कार्यों के लिए हरसंभव मदद देगा केंद्र, उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों से हो रही भारी बारिश
उत्तराखंड में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश को देखते हुए केंद्र सरकार भी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर राज्य में भारी वर्षा से बचाव की तैयारियों के संबंध में जानकारी ली।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Heavy rain alert in uttarakhand आपदा की दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड में रविवार से लगातार हो रही बारिश और बचाव एवं राहत कार्यों के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मोर्चे पर डटे रहे। सभी जिलों में मशीनरी अलर्ट मोड पर है। साथ ही मुख्यमंत्री स्वयं सभी जिलाधिकारियों से निरंतर अपडेट लेते रहे। सोमवार को उन्होंने सचिवालय स्थित राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उधर, केंद्र सरकार भी स्थिति पर नजर रखे हुए है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी को फोन कर राज्य में भारी वर्षा से बचाव व राहत कार्यों की तैयारियों की जानकारी ली। साथ ही भरोसा दिलाया कि केंद्र से उत्तराखंड को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश के मद्देनजर रविवार से ही लगातार स्थिति का जायजा लेते रहे। मौसम विभाग का पूर्वानुमान मिलते ही बीते रोज उन्होंने मशीनरी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए थे। उन्होंने चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से भी सावधानी बरतने की अपील की। उनके निर्देश पर भारी बारिश को देखते हुए प्रदेश में माध्यमिक तक के सभी स्कूल बंद रखे गए। सोमवार को उन्हें पिथौरागढ़ के दौरे पर जाना था, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया।
सोमवार सुबह मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों से वर्षा की स्थिति और जनजीवन पर पड़े असर के मद्देनजर उठाए गए कदमों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि बारिश व आवागमन की स्थिति की प्रत्येक घंटे की रिपोर्ट सरकार को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने जिलाधिकारियोंसे कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में रिस्पांस टाइम कम से कम हो। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि यात्रियों को कोई असुविधा न हो।
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उन्होंने सचिवालय में राज्य आपदा परिचालन केंद्र का निरीक्षण करने के बाद स्थिति की समीक्षा की और राजमार्गों व संपर्क मार्गों के बारे में जानकारी ली। साथ ही पौड़ी, रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर अपडेट लिया। उन्होंने कहा कि भूस्खलन के कारण यदि कोई राजमार्ग बाधित होता है तो उसे तुरंत खोलने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जाएं। यह भी निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में वर्षा अधिक हो रही है, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए।