हरिद्वार: बहन को करता था पसंद, इसलिए युवक ने बना ली थी छात्र की हत्या की योजना; ऐसे दिया वारदात को अंजाम

रुड़की में छात्र की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दया है। हत्या के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें एक नाबालिग है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि छात्र उसकी बहन को पंसद करता था। ये बात उनको नागवार गुजरी और इसलिए उसकी गोली मारकर हत्या कर दी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 01:28 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 01:28 PM (IST)
हरिद्वार: बहन को करता था पसंद, इसलिए युवक ने बना ली थी छात्र की हत्या की योजना; ऐसे दिया वारदात को अंजाम
बहन को करता था पसंद, इसलिए युवक ने बना ली छात्र की हत्या की योजना।

जागरण संवाददाता, रुड़की। मंगलौर में 11वीं के छात्र का हत्यारा उसका दोस्त ही निकला। रिश्ते की बहन को पसंद करने की बात से आरोपित युवक, छात्र से नाराज था। इसी कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया। मामले में आरोपित के एक नाबालिग दोस्त का नाम भी सामने आया है। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया गया है।

कोतवाली सिविल लाइंस में छात्र की हत्या का पटाक्षेप करते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लहबोली गांव निवासी 18 वर्षीय राज सिंह उर्फ मंजीत कक्षा 11 का छात्र था। वह 22 अक्टूबर को स्कूल गया था, इसके बाद से वह नहीं लौटा। छात्र का शव 23 अक्टूबर शाम को मखदुमपुर से बरामद हुआ। छात्र को दो गोली मारी गई थीं। मृतक छात्र के पिता अशोक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच के लिए सीआइयू और पुलिस टीम का गठन किया गया। सर्विलांस और सीसीटीवी के आधार पर आरोपितों की तलाश की गई। उसके दोस्तों से भी पूछताछ की गई थी। मंजीत के दोस्त अंशुल से भी इस संबंध में पूछताछ की गई थी।

अंशुल ने मंजीत से मुलाकात न होने की बात पुलिस को बताई, लेकिन सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में मंजीत और अंशुल एक साथ बाइक पर जाते नजर आए थे। इस पर पुलिस को अंशुल पर संदेह हुआ। पुलिस ने लखनौता से अंशुल को हिरासत में लिया। पूछताछ में अंशुल पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज के बारे में बताया गया तो उसने सब उगल दिया। अंशुल ने बताया कि 12 अक्टूबर को जन्मदिन पर उसने सभी दोस्तों को बुलाया था। इसमें राज सिंह उर्फ मंजीत भी उसके घर आया था। मंजीत उसके रिश्ते की बहन को पसंद करता था।

15 अक्टूबर रात को नशा करने के बाद मंजीत ने अंशुल को यह बात बताई थी। अंशुल ने बताया कि मंजीत की यह बात उसे बर्दाश्त नहीं हुई और उसने उसी दिन हत्या की बात ठान ली थी। अंशुल ने बताया कि वह मंजीत को 22 अक्टूबर को बहाने से बाइक पर अपने साथ ले गया। मखदुमपुर में ट्रांसफार्मर के पास चकरोड पर उसने बाइक रोक ली। इसके बाद उसने मंजीत से सिगरेट मांगी। मंजीत के सिगरेट निकालने से पहले ही उसने तमंचा निकाल लिया। मंजीत जब तक कुछ समझ पाता उसने उसकी पीठ पर गोली मार दी। घायल मंजीत खेतों की ओर भागा।

इस दौरान वह खेत में गिर गया। उसने तुरंत ही मंजीत के सिर पर गोली मार दी। हत्या के बाद उसने तमंचा अपने एक नाबालिग साथी को दे दिया। पुलिस टीम ने नाबालिग दोस्त को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से तमंचा भी बरामद कर लिया है। पुलिस टीम में इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह कोश्यारी, वरिष्ठ उप निरीक्षक रफत अली, सीआइयू प्रभारी जहांगीर अली, उप निरीक्षक एनके बचकोटि, थानाध्यक्ष झबरेड़ा विनोद थपलियाल, कुलवेंद्र रावत शामिल रहे।

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