Jal Sansthan Employees: जल संस्थान कर्मचारी संघ में पड़ी फूट, चुनाव में हंगामा

उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ में फूट पड़ गई है। कार्यकारिणी के चुनाव के दौरान हंगामे के बाद कार्मिकों ने अलग-अलग कार्यकारिणी गठित कर एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की।देर शाम को विरोधी धड़े ने भी अपनी कार्यकारिणी घोषित कर दी। मामले को कोर्ट में चुनौती देने की बात कही।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 02:05 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 02:05 PM (IST)
Jal Sansthan Employees: जल संस्थान कर्मचारी संघ में पड़ी फूट, चुनाव में हंगामा
उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ में फूट पड़ गई है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: Jal Sansthan Employees उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ में फूट पड़ गई है। कार्यकारिणी के चुनाव के दौरान हंगामे के बाद कार्मिकों ने अलग-अलग कार्यकारिणी गठित कर एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। जिसके बाद अब मामले में कार्मिकों का एक धड़ा कोर्ट जाने की बात कह रहा है।

शनिवार को दिलाराम बाजार स्थित जल संस्थान कार्यालय में जल संस्थान कर्मचारी संघ की प्रांतीय कार्य समिति की बैठक हुई। जिसमें प्रदेशभर से बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान निवर्तमान कार्यकारिणी ने चुनाव की घोषणा की और नवीन कार्यकारिणी का एलान किया। इस पर कर्मचारियों के एक धड़े ने आपत्ति जताते हुए चुनाव का बहिष्कार किया। दोनों धड़ों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। देर शाम को विरोधी धड़े ने भी अपनी कार्यकारिणी घोषित कर दी। साथ ही मामले को कोर्ट में चुनौती देने की बात कही।

गिरीश जोशी अध्यक्ष बने

निवर्तमान कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने चुनाव संपन्न होने का दावा किया और नवीन कार्यकारिणी घोषित कर दी। जिसमें गिरीश जोशी को अध्यक्ष, डीडी बलोनी को महामंत्री, हरेंद्र रौथाण और सचिन शाह को उपाध्यक्ष, दलीप सिंह रावत को कोषाध्यक्ष, दाताराम रयाल और रत्नेश सक्सेना को संयुक्त मंत्री नियुक्त किया गया है। गिरीश जोशी ने इस कार्यकारिणी को असली बताया और चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी करार दिया।

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बंद कमरे में चुनाव कराने का आरोप

कर्मचारियों के एक धड़े ने जल संस्थान कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी के चुनाव महज चंद सदस्यों के बीच गोपनीय ढंग से बंद कमरे में कराने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि बड़ी संख्या में कर्मचारी चुनाव में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से आए थे, लेकिन उन्हें शामिल नहीं किया गया और बगैर सहमति के कार्यकारिणी घोषित की गई। सभी ने नारेबाजी करते हुए चुनाव का बहिष्कार किया। इसके बाद देर शाम प्रधान सहायक डीपी भद्री को चुनाव अधिकारी नियुक्त कर नई कार्यकारिणी के चुनाव कराए गए। जिसमें जल संस्थान कर्मचारी संघ का प्रदेश अध्यक्ष संजय जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष महेश राम, रामचंद्र सेमवाल, कोषाध्यक्ष लाल सिंह रौतेला, प्रदेश महामंत्री रमेश बिंजोला, संयुक्त सचिव रमेश चंद्र शर्मा, धन सिंह नेगी, संगठन मंत्री मनोज सक्सेना को चुना गया।

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