चारधाम के पुराने यात्रा मार्गो को मिलेगी पहचान

- पर्यटन विकास बोर्ड व ट्रैक द हिमालय की टीम ने स्वर्गाश्रम से की चारधाम यात्रा ट्रेल की शुरुआ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:26 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:28 PM (IST)
चारधाम के पुराने यात्रा मार्गो को मिलेगी पहचान
चारधाम के पुराने यात्रा मार्गो को मिलेगी पहचान

- पर्यटन विकास बोर्ड व ट्रैक द हिमालय की टीम ने स्वर्गाश्रम से की चारधाम यात्रा ट्रेल की शुरुआत

- पौराणिक मार्ग की 80 चट्टियों के साथ पर्यटन व तीर्थाटन की संभावनाएं तलाश करेगी टीम

----------------------

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: चारधाम यात्रा के पुराने मार्ग खोजने के लिए 25-सदस्यीय दल ने स्वर्गाश्रम (ऋषिकेश) से चारधाम यात्रा ट्रेल की शुरुआत कर दी है। उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) ने ट्रैक द हिमालय के साथ मिलकर यह अभियान शुरू किया है। करीब 1200 किमी की इस यात्रा के लिए दो माह का समय तय किया गया है।

सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून से इस टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद टीम ने स्वर्गाश्रम स्थित बाबा काली कमली धर्मशाला की मुख्य गद्दी से यात्रा की शुरुआत की। यहां अपर निदेशक पर्यटन विवेक चौहान, जिला पर्यटन अधिकारी कुशाल सिंह नेगी, जिला सूचना अधिकारी वीर सिंह नेगी ने टीम का स्वागत किया। इस अवसर पर ट्रैक द हिमालय की टीम ने यात्रा के उद्देश्यों की जानकारी दी।

ट्रैक द हिमालय के संस्थापक राकेश पंत व सुदीप रावत ने बताया कि यह दल पुराने और शीतकालीन चारधाम यात्रा मार्ग को खोजने का काम करेगा। बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर 80 चट्टियों का निर्माण बाबा काली कमली ने यात्री सुविधाओं के लिए किया था। इनमें से वर्तमान में 30-32 चट्टियां ही अस्तित्व में हैं। टीम इन तमाम चट्टियों और उनके आसपास के पर्यटक स्थलों का ब्यौरा एकत्र करने के अलावा बरसों पुराने इस यात्रा मार्ग पर पर्यटन एवं तीर्थाटन की संभावनाओं से संबंधित पर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।

इसके लिए टीम में वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी व डिजिटल कंटेंट एकत्र करने वाले युवा शामिल किए गए हैं। इसके अलावा टीम में सुरक्षा व बचाव के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दो जवान और अलग-अलग क्षेत्रों में संबंधित वन रेंज के अधिकारी भी शामिल होंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण जागरुकता, होम स्टे और स्थानीय संस्कृति एवं परंपराओं को बढ़ावा देना भी होगा। इस मौके पर नगर पंचायत जौंक (स्वर्गाश्रम) के अध्यक्ष माधव अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी