फर्जी मार्कशीट के सहारे रक्षा संस्थान में हासिल की नौकरी, ऐसे आया पकड़ में

उत्‍तर प्रदेश केबागपत के एक युवक ने हाईस्कूल के फर्जी मार्कशीट से केंद्र सरकार के रक्षा संस्थान ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री (ओईएफ) रायपुर देहरादून में नौकरी हासिल कर ली। इसका पता तब चला जब संस्थान ने शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच कराई।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 09:07 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 09:07 AM (IST)
फर्जी मार्कशीट के सहारे रक्षा संस्थान में हासिल की नौकरी, ऐसे आया पकड़ में
एक युवक ने फर्जी मार्कशीट से ओईएफ रायपुर देहरादून में नौकरी हासिल ली।

देहरादून, जेएनएन। बागपत के एक युवक ने हाईस्कूल के फर्जी मार्कशीट से केंद्र सरकार के रक्षा संस्थान ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री (ओईएफ) रायपुर देहरादून में नौकरी हासिल कर ली। इसका पता तब चला जब संस्थान ने शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच कराई। आरोपित की सेवा समाप्त कर उसके खिलाफ रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार ओईएफ के संयुक्त महाप्रबन्धक कमलेश कुमार ने तहरीर में बताया कि वर्ष 2017 में संस्थान में समूह ग के पदों की भर्ती निकली थी। इस दौरान सचिन कुमार पुत्र शिखर चन्द ग्राम डाहा थाना डोगहट बागपत उत्तर प्रदेश का भी चयन हो गया। संस्थान की तय प्रक्रिया के तहत उसके शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच कराई गई, तो उसकी मध्य प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की ओर से जारी हाईस्कूल की मार्कशीट फर्जी निकली।

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मार्कशीट पर केंद्र का नाम एकता हाईस्कूल, कमलागंज शिवपुरी (म.प्र.) अंकित था, लेकिन वहां की प्रधानाचार्य ने अक्टूबर 2019 में पत्र भेजकर अवगत कराया कि संबंधित रोल नंबर पर मुकेश राठौर नाम के युवक ने परीक्षा दी थी। संस्था में यह अंक सूची मुकेश राठौर के नाम से दर्ज है सचिन कुमार का संस्था से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है। अंक सूची पर संस्था प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर भी फर्जी हैं। इसकी पुष्टि बाद में माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल ने भी की। 

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि इस मामले में सभी दस्तावेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

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