सेना में भर्ती के नाम पर युवाओं को लिया झांसे में, ठगे लाखों; यूपी, हरियाणा और दिल्ली के हैं आरोपित

सेना में भर्ती कराने के नाम पर पांच जालसाजों ने सात युवकों से लाखों रुपये ठग लिए। आरोपित पीड़ितों को छह महीने तक इधर-उधर घुमाते रहे। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 09:10 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 01:58 PM (IST)
सेना में भर्ती के नाम पर युवाओं को लिया झांसे में, ठगे लाखों; यूपी, हरियाणा और दिल्ली के हैं आरोपित
सेना में भर्ती के नाम पर युवाओं को लिया झांसे में, ठगे लाखों।

जागरण संवाददाता, देहरादून। सेना में भर्ती कराने के नाम पर पांच जालसाजों ने सात युवकों से लाखों रुपये ठग लिए। आरोपित पीड़ितों को छह महीने तक इधर-उधर घुमाते रहे। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के रहने वाले पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

हरियाणा के चरखी दादरी के कमोद गांव के रहने वाले दीपक ने पुलिस को बताया कि वह फौज में नौकरी की तैयारी कर रहा था। अक्टूबर 2018 में दीपक की मुलाकात चरखी दादरी जिले के बौदकलां गांव निवासी रविंदर सिंह से हुई। आरोपित ने दीपक को झांसा दिया कि उसकी फौज में पहचान है, वह उसकी नौकरी लगवा देगा। नौकरी लगवाने के लिए रविंदर सिंह ने पहली किश्त के रूप में ढाई लाख रुपये मांगे। इसके बाद आरोपित ने दीपक व सात अन्य युवकों का मेडिकल आरआर आर्मी अस्पताल, दिल्ली में करवाया। इसके बाद रविंदर ने दीपक से चार लाख रुपये ले लिए। आरोपित दीपक व अन्य युवकों को दिल्ली के धौलाकुआं स्थित परेड रोड आर्मी क्वाटर ले गया, जहां उनकी मुलाकात रोहित, रंजीत और मनोहर से हुई। 

धौलाकुआं में युवकों को 14 दिन रखा गया, जहां रविंदर ने कहा कि ज्वाइनिंग लेटर सभी के घर पहुंच जाएगा। इसके बाद सभी युवक अपने घरों को लौट गए। दिसंबर, 2020 बीत जाने के बावजूद भी जब ज्वाइनिंग लेटर नहीं आया तो सभी युवक धौलाकुआं पहुंचे। वहां रविंदर के कहने पर एक व्यक्ति आया और उसने सबको ज्वाइनिंग लेटर दे दिया। जिसमें ज्वाइनिंग करने की डेट एक सप्ताह बाद की लिखी हुई थी।

दीपक ने बताया कि ज्वाइनिंग लेटर टैरिटोरियल आर्मी का था, जिसे लेकर वह रविंदर व रोहित के कहने पर आगरा चले गए। 14 जनवरी, 2021 को जब वह आगरा पहुंचे तो वहां एक आर्मी की जिप्सी आई, जिसमें से एक व्यक्ति सभी के ज्वाइनिंग लेटर व अन्य प्रमाणपत्र लेकर चला गया। इसके बाद सभी युवक रविंदर के कहने पर ग्वालियर पहुंच गए, वहां युवराज उर्फ स्वराज नामक व्यक्ति मिला।

ग्वालियर में उन्हें एक घर में रखा गया, वहां से उन्हें अलवर और फिर जयपुर भेजा। बाद में ऋषिकेश स्थित गट्टूघाट हिमालयन ट्रेनिंग सेंटर भेज दिया। ट्रेनिंग सेंटर में पंकज उर्फ अक्षित व सोनू मिले, उन्होंने एक अप्रैल तक ट्रेनिंग करवाई। 11 अप्रैल को रविंदर ने सभी युवकों को गढ़ी कैंट के ट्रेनिंग सेंटर भेजने के लिए बालाजी धाम मंदिर झाझरा बुलाया, लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद वह लोग नहीं आए। 

थाना प्रेमनगर के थानाध्यक्ष धनराज बिष्ट ने बताया कि रविंदर निवासी बौदकलां, हरियाणा, युवराज निवासी तिलियाधार खुर्जानगर बुलंदशहर, पंकज निवासी ग्राम हरेड़ा, बागपत यूपी, सोनू निवासी ग्राम बौदकलां जिला चरखी दादरी, हरियाणा व रोहित निवासी रोहिणी, दिल्ली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 

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