पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बोले, बहुगुणा के दल बदल की वजह से हारेगी भाजपा

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि बहुगुणा के दल बदल की वजह से भाजपा हारेगी। हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के अंदरूनी प्रकरण से लगता है कि बहुगुणा को रोजगार मिल गया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 09:50 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:15 PM (IST)
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बोले, बहुगुणा के दल बदल की वजह से हारेगी भाजपा
प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। भाजपा में शामिल कांग्रेस के बागियों में बढ़ता असंतोष थामने को पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की एंट्री पर कांग्रेस भी नजर गड़ाए हुए है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बहुगुणा के दलबदल की वजह से ही भाजपा 2022 में सत्ता से बाहर होने जा रही है।

2022 के चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत के सुर विजय बहुगुणा को लेकर बेहद तल्ख रहे। हरीश रावत के चुनाव लड़ने को लेकर तस्वीर साफ करने के संबंध में बहुगुणा के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनके चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी फैसला करेगी। वह स्वयंभू नहीं हैं। अलबत्ता, बहुगुणा जहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं, वह भी वहां से चुनाव लड़ सकते हैं।

बहुगुणा के आगामी विधानसभा चुनाव में मोदी लहर प्रभावी रहने के बयान पर भी रावत ने प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यदि मोदी लहर है तो फिर इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि वह कहां से चुनाव लड़ते हैं। लगता ये है कि उन्हें मोदी लहर पर भी भरोसा नहीं रह गया है। रावत ने कहा कि भाजपा के अंदरूनी प्रकरण से लगता है कि बहुगुणा को रोजगार मिल गया है। इससे यह भी साबित हो गया कि भाजपा के भीतर जबरदस्त गड़बड़ है।

उज्याड़ू बल्द भाजपा में ही रहें, भगवान से यही प्रार्थना

मीडिया से बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि भगवान से उनकी यही प्रार्थना है कि उज्याड़ू बल्द भाजपा में ही रहें। उनका उधर रहना ही शुभ है। उनकी वजह से भाजपा की भी बुरी गत हो रही है। इनमें से कुछ लोग कांग्रेस के संपर्क में हैं। उन्हें लेने पर पार्टी विचार कर सकती है। बहुगुणा उनके पुराने, लेकिन दिशाभ्रमित सहयोगी हैं। कांग्रेस तो उन्हें शायद ही लेगी। कांग्रेस में रहते हुए विजय बहुगुणा का एक ही दर्द रहा कि राज्यसभा में नहीं भेजा गया। भाजपा ने भी उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा।

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