पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इगास पर बलूनी के बयान पर कसा तंज

पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत ने इगास को लेकर राज्यसभा सदस्य व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के बयान पर तंज कसा। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने कहा था कि इगास उत्तराखंड की दशा बदल देगा।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 11:52 AM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 11:52 AM (IST)
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इगास पर बलूनी के बयान पर कसा तंज
पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत ने इगास को लेकर राज्यसभा सदस्य व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के बयान पर तंज कसा। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने कहा था कि इगास उत्तराखंड की दशा बदल देगा। पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने बलूनी के अपने गांव जाकर इगास मनाने पर बधाई दी, लेकिन उनके बयान पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि इगास हमारी सांस्कृतिक विविधता व आध्यात्मिक परंपराओं का लोक पर्व है। इसके साथ कई कथानक जुड़े हुए हैं। बलूनी ने अपने गांव में इगास मनाकर इसे सुर्खियों में लाने का काम किया। बलूनी के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने इगास को लेकर जितना ऊंचा फेंका है, वहां तक मुख्यमंत्री भी नहीं फेंक नहीं सकेंगे।

विधायक प्रीतम पंवार व कैड़ा की सदस्यता निरस्त करने का अनुरोध

टिहरी गढ़वाल जिला पंचायत सदस्य अमेंद्र बिष्ट ने सचिव विधानसभा को पत्र सौंपकर विधायक प्रीतम पंवार और रामसिंह कैड़ा की सदस्यता समाप्त करने का अनुरोध किया है। टिहरी गढ़वाल निवासी अमेंद्र बिष्ट द्वारा सचिव विधानसभा को दिए गए पत्र में कहा गया है कि दोनों निर्दलीय सदस्य भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं। यह भारतीय संविधान के प्रविधानों के विरुद्ध है। यह दल-बदल कानून के अंतर्गत भी आता है। ऐसे में दोनों विधायकों की सदस्यता को समाप्त किया जाए।

उत्तराखंड के छह गैर मान्यता प्राप्त दलों को मिला चुनाव चिह्न

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने छह गैर मान्यता प्राप्त दलों को चुनाव चिह्न आवंटित किए हैं। इन छह दलों ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए चुनाव चिह्न देने का अनुरोध किया था, ताकि पार्टी के सभी प्रत्याशियों को एक ही चुनाव चिह्न के अंतर्गत चुनाव में उतारा जा सके। इस पर आयोग ने इन्हें चुनाव चिह्न आवंटित करते हुए इसकी सूचना राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को भेजी है। उत्तराखंड के जिन छह दलों को चुनाव चिह्न मिला है उनमें न्याय धर्म सभा (हीरा), इंडियन नेशनल सेक्युलर डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (डीजल पंप), उत्तराखंड जनता पार्टी (पंखा), भारतीय सुभाष सेना (गन्ना किसान), सर्व समाज जनता पार्टी (मेज) और पहाड़ी पार्टी (छड़ी) शामिल है। अब इन दलों के बैनर तले उतरने वाले प्रत्याशियों को आगामी चुनाव में यही चुनाव चिह्न आवंटित होंगे।

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