Uttarakhand Tourism: मसूरी वन प्रभाग में ट्रेकिंग से पर्यटकों को आकर्षित करेगा वन विभाग
Uttarakhand Tourism मसूरी वन प्रभाग के तहत वन विभाग नए ट्रेकिंग रूट तलाश रहा है। इसमें पैदल ट्रेकिंग से लेकर साइकिलिंग ट्रेक भी शामिल हैं। जंगल के बीच स्थित पुराने मार्गों को दुरुस्त कर उनका सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Tourism उत्तराखंड वन विभाग राजस्व बढ़ाने के लिए ईको टूरिज्म पर फोकस कर रहा है। ऐसे में आरक्षित वन क्षेत्र के साथ ही अन्य वन प्रभागों में भी पर्यटकों को आकर्षित करने को पहल की जा रही है। मसूरी वन प्रभाग में पर्यटकों को ईको टूरिज्म की संभावनाएं प्रदान करने को प्रयासरत है। मसूरी के निकटवर्ती वन क्षेत्रों में ट्रेकिंग रूट विकसित किए जा रहे हैं।
मसूरी वन प्रभाग के तहत वन विभाग नए ट्रेकिंग रूट तलाश रहा है। इसमें पैदल ट्रेकिंग से लेकर साइकिलिंग ट्रेक भी शामिल हैं। जंगल के बीच स्थित पुराने मार्गों को दुरुस्त कर उनका सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। ताकि देश-विदेश से मसूरी आने वाले पर्यटकों को नए विकल्प प्रदान किए जा सकें। साथ ही इस ईको टूरिज्म कान्सेप्ट से वन विभाग की आय भी बढ़ सकेगी।
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प्रभागीय वनाधिकारी कहकशां नसीम ने बताया कि वन विभाग सभी प्रभागों में ईको टूरिज्म की संभावनाएं तलाश रहा है। मसूरी की लोकप्रियता और भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यहां टे्रकिंग की अपार संभावनाएं हैं। बताया कि यहां नागटिब्बा, लालटिब्बा, भदराज, सुवाखोली समेत कैमल बैक क्षेत्र में ट्रेकिंग ट्रेक विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए तैयारी की जा रही है।
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वहीं, मसूरी वन प्रभाग के राजपुर क्षेत्र में साइकिलिंग ट्रेक को लेकर भी विचार किया जा रहा है। घने जंगलों के बीच प्राकृतिक वातावरण में उतार-चढ़ाव भरे मार्गों पर पर्यटकों का खासा आकर्षण रहा है। जिसे वन विभाग व्यवस्थित तरीके से विकसित करने की तैयारी में है। खासकर पर्यटन सीजन को ध्यान में रख ईको टूरिज्म की संभावनाओं को बढ़ाया जाएगा।
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