छह घंटे की मशक्कत के बाद पिंजरे में फंसा गुलदार, अब रेडियो कॉलर लगाने की तैयारी

रायपुर रेंज के नथुवावाला में करीब एक माह से दहशत का पर्याय बनी मादा गुलदार आखिरकार पिंजरे में कैद हो गई। वन विभाग की टीम को गुलदार को पकड़ने के लिए करीब छह घंटे मशक्कत करनी पड़ी। गुलदार के पिंजरे में कैद होने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 10:10 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:24 AM (IST)
छह घंटे की मशक्कत के बाद पिंजरे में फंसा गुलदार, अब रेडियो कॉलर लगाने की तैयारी
नथुववाला क्षेत्र से वन विभाग की ओर से पकड़ा गया गुलदार। साभार प्रशांत

जागरण संवाददाता, देहरादून। रायपुर रेंज के नथुवावाला में करीब एक माह से दहशत का पर्याय बनी मादा गुलदार आखिरकार पिंजरे में कैद हो गई। वन विभाग की टीम को गुलदार को पकड़ने के लिए करीब छह घंटे मशक्कत करनी पड़ी। गुलदार के पिंजरे में कैद होने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली। अब वन विभाग गुलदार पर रेडियो कॉलर लगाने की तैयारी कर रहा है।

मसूरी वन प्रभाग के तहत आने वाली रायपुर रेंज अंतर्गत नथुवावाला में पिछले एक माह से एक मादा गुलदार ने नाक में दम कर रखा था। शाम होने के बाद क्षेत्रवासी घरों में दुबक जा रहे थे। क्षेत्रवासियों की शिकायत पर वन विभाग ने क्षेत्र में पिंजरा भी लगवाया, लेकिन गुलदार पकड़ में नहीं आ रहा था।

गुरुवार को वन विभाग की टीम को सूचना मिली कि नथुवावाला में करीब एक साल की मादा गुलदार सिंचाई नहर की पाइप में घुसी है। जिस पर टीम मौके पर पहुंची और पकड़ने के प्रयास शुरू किए। हालांकि, सुबह दस बजे से शुरू प्रयास शाम करीब सवा चार बजे तक चलते रहे। जब वन विभाग की टीम को सफलता नहीं मिली, तब जेसीबी से नहर को खोदा गया और पाइप के दूसरी ओर पिंजरा लगाया गया। जिससे मादा गुलदार पकड़ में आ गई। वन टीम में रायपुर रेंजर राकेश नेगी की मौजूदगी में वन दारोगा वीडी जोशी, सरदार सिंह, गौतम क्षेत्री और मुख्यालय से रेस्क्यू टीम के सदस्य रवि जोशी, जितेंद्र बिष्ट, अरशद आलम, सुदर्शन पंवार आदि ने शामिल रहे। इस दौरान आसपास क्षेत्रवासियों का तांता लगा रहा। 

प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी कहकशां नसीम का कहना है कि चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से गुलदार को पकड़ने की अनुमति ली गई थी। इसके बाद क्षेत्र में पिंजरा लगाया गया था, लेकिन गुलदार एक माह से पकड़ में नहीं आ रहा था। अब उसे पकड़ लिया गया है और रायपुर रेंज में ही रखा गया है। गुलदार पर रेडियो कॉलर लगाने को लेकर मुख्यालय में बात की जा रही है।

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