क्वारंटाइन सेंटरों में चरमराई व्यवस्थाएं, प्रवासियों को पड़ रहे खाने के लाले

टिहरी जनपद के मुनिकीरेती क्षेत्र की बात करें तो यहां हर दिन सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पहुंच रहे हैं लेकिन क्वारंटाइन सेंटरों में व्यवस्थाएं बुरी तरह चरमराई हुई है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 04:29 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 04:29 PM (IST)
क्वारंटाइन सेंटरों में चरमराई व्यवस्थाएं, प्रवासियों को पड़ रहे खाने के लाले
क्वारंटाइन सेंटरों में चरमराई व्यवस्थाएं, प्रवासियों को पड़ रहे खाने के लाले

ऋषिकेश, जेएनएन। एक तरफ पूरा प्रदेश कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से चिंतित है वहीं, दूसरी तरफ लगातार आ रहे प्रवासी और चुनौती पेश कर रहे हैं। टिहरी जनपद के मुनिकीरेती क्षेत्र की बात करें तो यहां हर दिन सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पहुंच रहे हैं लेकिन क्वारंटाइन सेंटरों में व्यवस्थाएं बुरी तरह चरमराई हुई है। यहां प्रवासियों के लिए खाने तक के लाले पड़े हैं और वे प्रशासन से घर भेजने की गुहार लगा रहे हैं।

लॉकडाउन के चौथे चरण में जैसे ही बाहरी प्रदेशों में फंसे लोगों को आने की इजाजत मिली, वैसे ही प्रवासियों का रैला अपने प्रदेशों की ओर निकल पड़ा है। उत्तराखंड आने वाले प्रवासियों की संख्या भी हजारों में पहुंच चुकी है। अब तक हजारों प्रवासी अपने घरों को पहुंच चुके हैं। मगर, पिछले दिनों उच्च न्यायालय ने रैंडम सैंपलिंग के बाद ही प्रवासियों को उनके गंतव्य तक भेजने के जो आदेश पारित किए, उससे प्रशासन की परेशानी और बढ़ गई है। एम्स में भेजे गए सैंपल का लॉगबैक बढ़ता जा रहा है, जिससे सैंपल रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का वक्त लग रहा है। 

उधर, मुनिकीरेती क्षेत्र में बनाए गए 13 क्वारंटाइन सेंटरों में हजार से ज्यादा प्रवासी ठहरे हुए हैं। प्रवासियों की इस संख्या के आगे अब प्रशासन के तैयारियां बौनी पड़ गई है। कहीं भोजन की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं तो कहीं पानी की समस्या सिर उठा रही है। रविवार को भी मुनिकीरेती के ओंकारानंद इंस्टीट्यूट में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासियों ने भोजन न मिलने पर हंगामा खड़ा कर दिया। प्रवासी सेंटर छोड़कर मेन रोड पर आ धमके।

शासन प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी हुई। जिसके बाद मौके पर पहुंची उप जिलाधिकारी नरेंद्रनगर युक्ता मिश्रा ने किसी तरह प्रवासियों को शांत कराया। यही हाल मॉडर्न इंस्टीट्यूट ढालवाला में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर के भी हैं। यहां भी ठहराए गए 200 से अधिक प्रवासी लगातार भोजन व व्यवस्थाओं को लेकर शिकायत कर रहे हैं।

क्रम संख्या, क्वारंटाइन सेंटर, क्वारंटाइन प्रवासी 1, राम आश्रम गरुड़ चट्टी, 107 2, आर्यन होटल, 03 3, जनार्दन पब्लिक स्कूल, 28 4, कैलाशानंद आश्रम, 51 5, ऋषिलोक होटल, 69 6, पूर्णानंद इंटर कॉलेज एवं पूर्ण आनंद डिग्री कॉलेज, 187 7, कैलाशा होटल, 16 8, प्राथमिक विद्या, शीशम झाड़ी, 09 9, स्वतंत्रता नंद आश्रम शीशमझाड़ी, 50 10,  पुष्पा बडेरा इंटर कॉलेज, 55 11, लाल बहादुर शास्त्री स्कूल ढालवाला, 11 12,  एमआईटी ढालवाला, 205 13, ओएमआईटी कॉलेज, 257

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युक्ता मिश्रा (उपजिलाधिकारी, नरेंद्रनगर) का कहना है कि  प्रवासियों की लगातार बढ़ती संख्या की वजह से व्यवस्थाओं में कुछ दिक्कतें आ रही हैं। जिसे शिकायत मिलते ही निस्तारित भी किया जा रहा है। रैंडम सैंपल की रिपोर्ट आने में हो रही देरी के कारण प्रवासियों को अधिक समय तक यहां रोकना बाध्यता हो गई है। जल्द ही स्थिति को नियंत्रित कर दिया जाएगा।

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