डिजिटल प्लेटफार्म पर आएंगी उत्तराखंड की लोकगाथाएं, मिलेंगे रोजगार के अवसर; पढ़िए पूरी खबर

उत्तराखंड की लोकसंस्कृति में रची-बसी लोकगाथाएं आने वाले दिनों में डिजिटल प्लेटफार्म पर भी नजर आएंगी। लोकगाथाओं पर धारावाहिक अथवा फिल्म बनाने के लिए सरकार मुंबई फिल्म इंडस्ट्री से संपर्क साधने जा रही है। इनका प्रसारण ओटीटी प्लेटफार्म पर कराया जाएगा।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 06:10 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:10 AM (IST)
डिजिटल प्लेटफार्म पर आएंगी उत्तराखंड की लोकगाथाएं,  मिलेंगे रोजगार के अवसर; पढ़िए पूरी खबर
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार फिल्मों व धारावाहिकों के माध्यम से लोकगाथाओं से रूबरू होंगे।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड की लोकसंस्कृति में रची-बसी लोकगाथाएं आने वाले दिनों में डिजिटल प्लेटफार्म पर भी नजर आएंगी। लोकगाथाओं पर धारावाहिक अथवा फिल्म बनाने के लिए सरकार मुंबई फिल्म इंडस्ट्री से संपर्क साधने जा रही है। इनका प्रसारण ओटीटी प्लेटफार्म पर कराया जाएगा। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार फिल्मों व धारावाहिकों के माध्यम से जहां देश-दुनिया के लोग यहां की लोकगाथाओं से रूबरू होंगे, वहीं इससे राज्य में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

प्रदेश का इतिहास लोकगाथाओं से भरा पड़ा है। फिर चाहे वह वीर भड़ों की गाथाएं हों अथवा राजुला-मालूशाही, जीतू बगडवाल, भानु भौंपेला, गढु सुम्याल आदि की कहानियां, ये सभी लोकजीवन में गीतों के माध्यम से रची-बसी हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड की लक्ष्मीबाई कही जाने वाली वीरबाला तीलू रौतेली, पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, महान सर्वेयर नैन सिंह रावत समेत तमाम हस्तियों ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। भावी पीढ़ी लोकगाथाओं के साथ ही यहां की हस्तियों से देश-दुनिया भी रूबरू हो, इसके लिए सरकार ने डिजिटल प्लेटफार्म का सहारा लेने की ठानी है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार पूर्व में मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के कुछ फिल्म व धारावाहिक निर्माता निर्देशकों से महान सर्वेयर नैन सिंह रावत की जीवनी पर फिल्म बनाने के संबंध में बात हुई थी। इस बीच इंडस्ट्री ने यहां की लोकगाथाओं से जुड़ी कहानियों में भी रुचि दिखाई है।

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महाराज ने बताया कि जल्द ही मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से बातचीत कर उनके समक्ष यहां की लोकगाथाएं, इनकी विशेषता आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। साथ ही उनसे ओटीटी प्लेटफार्म के लिए इन पर फिल्म अथवा धारावाहिक बनाने का आग्रह किया जाएगा। इसके लिए सरकार भी कुछ अनुदान दे सकती है।

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