'सियासी रोक' से मुक्त बीएसयूपी फ्लैट आवंटित

सात साल से सियासी कलह में फंसे गरीबों के 44 आवास आखिरकार उन्हें मिल ही गए। बस्तियों के जन को आवास देने को लेकर केंद्र सरकार की योजना बीएसयूपी (बेसिक सर्विस फॉर अर्बन पुअर) योजना के तहत ब्रह्मपुरी में बने 56 फ्लैटों का नगर निगम ने आवंटन गुरुवार से शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 09:04 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 09:04 PM (IST)
'सियासी रोक' से मुक्त बीएसयूपी फ्लैट आवंटित
'सियासी रोक' से मुक्त बीएसयूपी फ्लैट आवंटित

जागरण संवाददाता, देहरादून: सात साल से सियासी कलह में फंसे गरीबों के 44 आवास आखिरकार उन्हें मिल ही गए। बस्तियों के जन को आवास देने को लेकर केंद्र सरकार की योजना बीएसयूपी (बेसिक सर्विस फॉर अर्बन पुअर) योजना के तहत ब्रह्मपुरी में बने 56 फ्लैटों का नगर निगम ने आवंटन गुरुवार से शुरू कर दिया। बीते वर्ष इन फ्लैट की लाटरी निकाली गई थी। जिसके बाद 45 व्यक्तियों ने 29-29 हजार रुपये की अंशदान राशि जमा की थी। अब गुरुवार को महापौर सुनील उनियाल गामा व धर्मपुर क्षेत्र के विधायक विनोद चमोली ने एक कार्यक्रम में आवेदकों को फ्लैट के कागजात सुपुर्द किए।

बीएसयूपी के तहत शहर में बनाए गए फ्लैटों के आवंटन पर अक्टूबर-2014 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के काबीना मंत्री दिनेश अग्रवाल ने रोक लगा दी थी। इसके बाद से फ्लैट खंडहर हो रहे थे। फ्लैटों के आवंटन को महापौर सुनील उनियाल गामा ने सीएम से गुहार लगाई थी। मंजूरी मिलने के बाद जनवरी-2020 में लाटरी के जरिये आवंटन प्रक्रिया शुरू की गई थी पर कोरोना के कारण मामला लटक गया। सबसे पहले ब्रह्मपुरी में बनाए गए 56 फ्लैट की लाटरी प्रक्रिया की गई। जिसमें 60 आवेदन आए। इनमें 45 का चयन हुआ था। नगर निगम ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत इनका आवंटन गुरुवार को किया।

ब्रह्मपुरी क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में महापौर गामा और विधायक चमोली ने 44 फ्लैट मालिकों को चाबी व कागजात सौंपे। एक आवेदक की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। इस वजह से एक फ्लैट आवंटित नहीं हुआ है। महापौर ने बताया कि कागजी कार्रवाई के बाद उसके स्वजनों को फ्लैट आवंटित किया जाएगा। महापौर ने कहा कि भाजपा सरकार अंत्योदय मिशन पर कार्यशील है। सरकार और नगर निगम समस्त सामाजिक लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर क्षेत्रीय पार्षद सतीश कश्यप, अधिशासी अभियंता नगर निगम अनुपम भटनागर समेत कनिष्ठ अभियंता सोमेंद्र नेगी और कौशलेंद्र आदि मौजूद रहे।

-------------

ये है योजना का खाका

बस्तियों में रहने वालों के लिए नगर निगम ने फ्लैट का निर्माण कराया था। वर्ष 2014 में करीब डेढ़ सौ आवास तैयार हो चुके थे जबकि आवंटन प्रक्रिया भी शुरू होने वाली थी। अक्टूबर-14 में ब्रह्मपुरी में बनाए 56 आवासों में अवैध बस्तियो को तोड़कर वहां रहने वालों को शिफ्ट करने की तैयारी चल रही थी, मगर प्रक्रिया पर कांग्रेस सरकार ने ब्रेक लगा दिया। दो कमरे वाले यह सैकड़ों फ्लैट खंडहर हो रहे थे। योजना के अंतर्गत ब्रह्मपुरी फेज-दो में 421, काठबंगला में 148, खाला बस्ती में 80, ब्रह्मपुरी फेज एक में 240, राम मंदिर कुष्ठ आश्रम में 27, शांति कुष्ठ आश्रम में 28, रोटरी कुष्ठ आश्रम में 34 और चकशाहनगर में 160 आवास बनाए जाने प्रस्तावित हैं। इनमें से काठ बंगला में 56, ब्रह्मपुरी फेज एक में 56, राम मंदिर कुष्ठ आश्रम में 27, शांति कुष्ठ आश्रम में 28 व रोटरी आश्रम में 34 आवास तैयार हो चुके हैं, जबकि बाकी का काम विवाद के चलते रुका हुआ था। अब ब्रह्मपुरी फेज-एक के फ्लैट आवंटित होने के बाद बाकी की राह भी खुल गई है।

chat bot
आपका साथी