तुनिया जंगल में लगी आग से वन संपदा और फसल राख
कालसी चकराता वन प्रभाग के रीवर रेंज कालसी क्षेत्र से जुड़े तुनिया जंगल में आग लग गई। इससे वन संपदा और किसानों की फसलें जलकर राख हो गई।
संवाद सूत्र, कालसी: चकराता वन प्रभाग के रीवर रेंज कालसी क्षेत्र से जुड़े तुनिया जंगल में आग लगने से बड़े पैमाने पर वन संपदा जलकर राख हो गई। जंगल से फैली आग की चपेट में आने से दोऊ गांव के पास कई ग्रामीण किसानों की खेतों में तैयार गेंहू की फसल जल गई, जिससे किसानों की पूरी मेहनत बेकार चली गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सरकार और वन विभाग से प्रभावित किसानों को फसलों के नुकसान के एवज में उचित मुआवजा देने की मांग की है।
कालसी प्रखंड से जुड़े रीवर रेंज के तुनिया जंगल में शुक्रवार को लगी आग तेज हवाओं के साथ चारों तरफ फैल गई। जंगल में लगी आग देखते ही देखते पास के दोऊ गांव तक पहुंच गई। आग की चपेट में आने से दोऊ पंचायत निवासी कई ग्रामीण किसानों की खेतों में पक्की गेंहू और अन्य कृषि फसलें जलकर राख हो गई। इसके अलावा पशुओं के लिए खेतों व छानी के पास रखी चारापत्ती भी आग की भेंट चढ़ गई। कालसी के ज्येष्ठ उपप्रमुख भीम सिंह चौहान ने मामले की शिकायत स्थानीय प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों से की, जिसके बाद हरकत में आई वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया, लेकिन तेज हवाएं चलने से आग को पूरी तरह बुझाया नहीं जा सका। जिससे जंगल में लगी आग की चिगारी फिर से भड़कने का खतरा है। ज्येष्ठ उपप्रमुख भीम सिंह चौहान ने कहा कि आग की घटना से दोऊ गांव में कृषि फसल जलने से प्रभावित किसानों को काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर वन संपदा भी जल गई। उन्होंने शासन-प्रशासन व वन विभाग से प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है।