हुनर से रोजगार योजना में गड़बड़झाला, लग रहे हैं ये आरोप

हुनर से रोजगार योजना में गड़बड़झाले की बात सामने आ रही है। जीएमवीएन में इस योजना के तहत प्रशिक्षण देने वाली कंपनी को कोई कार्य न होने के बावजूद भुगतान किया जा रहा है।

By Edited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 10:28 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 11:22 AM (IST)
हुनर से रोजगार योजना में गड़बड़झाला, लग रहे हैं ये आरोप
हुनर से रोजगार योजना में गड़बड़झाला, लग रहे हैं ये आरोप

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: कौशल विकास योजना के तहत प्रदेश में चल रही 'हुनर से रोजगार' योजना में गड़बड़झाले की बात सामने आ रही है। आरोप है कि गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) में इस योजना के तहत प्रशिक्षण देने वाली कंपनी को पिछले सात माह से कोई कार्य न होने के बावजूद भुगतान किया जा रहा है। इस संबंध में मिली शिकायत के बाद श्रम एवं कौशल विकास मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने निदेशक कौशल विकास को जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अपर मुख्य सचिव कौशल विकास ओमप्रकाश को भी इसकी जानकारी दे दी है।

कौशल विकास मंत्री डॉ. रावत को हाल में एक शिकायती पत्र मिला, जिसमें जीएमवीएन में पिछले सात माह से हुनर से रोजगार योजना में कोई कार्य न होने के बावजूद प्रशिक्षणदाता कंपनी को लगातार बड़ी रकम का भुगतान किए जाने की बात कही गई है। पत्र में यह भी शिकायत की गई है कि इस कंपनी की ओर से प्रशिक्षण सेंटर सबलेट भी किए गए, जबकि नियमानुसार ऐसा नहीं हो सकता। 

पत्र में यह भी शिकायत की गई है कि नियमानुसार राज्य में ढाई लाख से अधिक के कार्यों के लिए निविदा आमंत्रित की जानी आवश्यक है, लेकिन जीएमवीएन की ओर से इस कंपनी को प्रतिवर्ष 15 से 20 लाख की बिलिंग की जा रही है। लिहाजा, इसमें मिलीभगत की आशंका है। प्रशिक्षण लेने वाले कुछ युवाओं को हाल मे नियुक्ति पत्र भी दिलवाए गए, जिनके फर्जी होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

लिहाजा, प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जानी आवश्यक है। श्रम एवं कौशल विकास मंत्री डॉ.रावत के अनुसार यह योजना केंद्र की है, लेकिन संचालित राज्य में हो रही है। ऐसे में शिकायत की जांच होनी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में निदेशक कौशल विकास को जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही अपर मुख्य सचिव कौशल विकास ओमप्रकाश को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि जांच पड़ताल होने के बाद प्रकरण की हकीकत सामने आ जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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