Kisan Andolan: कलक्ट्रेट में किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक, जानिए क्‍या है मांग

Kisan Andolan मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के बैनर तले बड़ी संख्या में किसान जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां पुलिस के रोकने पर किसानों ने प्रदर्शन किया। जिस पर किसानों और पुलिस के बीच काफी नोकझोंक भी हुई।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 03:25 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 03:25 PM (IST)
Kisan Andolan: कलक्ट्रेट में किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक, जानिए क्‍या है मांग
किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई।

जागरण संवाददाता, देहरादून: Kisan Andolan केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने समेत अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के बैनर तले बड़ी संख्या में किसान जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां पुलिस के रोकने पर किसानों ने प्रदर्शन किया। जिस पर किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। बाद में किसानों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।

यूनियन के जिला अध्यक्ष संदीप चौहान ने बताया कि उनकी मांग है कि केंद्र के तीनों कृषि कानून वापस किए जाएं। साथ ही गन्ने का समर्थन मूल्य 650 रुपये प्रति कुंतल किया जाए। इकबालपुर शुगर मिल समेत कई मिलों से किसानों का बकाया भुगतान कराया जाए। किसानों का कर्ज माफ किया जाए। कोरोना से प्रभावित कमजोर आर्थिकी वाले वर्ग की छह माह की स्कूल फीस और छह माह का बिजली बिल माफ किया जाए। किसानों को भी 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने के बाद अन्य विभागों की तरह 10 हजार रुपये प्रति माह पेंशन दी जाए।

लावारिस पशुओं से किसानों की फसल को होने वाले नुकसान को रोका जाए। भारी बारिश से खराब हुई फसल का मुआवजा दिया जाए। इस दौरान जब किसानों ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रवेश किया तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। जिस पर काफी देर तक पुलिस और किसानों के भी नोकझोंक हुई। बाद में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने किसानों को शांत कराया और ज्ञापन लिया।

यह भी पढ़ें- Smart City Project: डीएम राजेश कुमार ने दिए निर्देश, स्मार्ट सिटी के कार्यों से हो रही परेशानी करें दूर

कांग्रेस प्रवक्ता व कर्मचारी में बहस

राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की मौजूदगी में पार्टी की वरिष्ठ प्रवक्ता व एक कांग्रेस कार्यालय कर्मचारी के बीच गर्मा गरम बहस हुई। मामला कांग्रेस से जुड़े संगठन के कुछ कार्यों को लेकर था। जिसमें देरी प्रवक्ता को बर्दाश्त नहीं हुई। दोनों के बीच खूब जुबानी तीर चले। कांग्रेस की दो महिला प्रवक्ता के बीच भी जमकर गाली- गलौज कुछ समय पहले हुई थी। कार्यालय कर्मचारी के साथ विवाद पहली बार सामने आया। महिला प्रवक्ता गढ़वाल मंडल की बताई जा रही है। हालांकि इस बारे में काई भी वरिष्ठ कांग्रेसी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

यह भी पढ़ें- युवा कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, कहा- लोक कलाकारों को बढ़े मानदेय के साथ मिले सम्मान

chat bot
आपका साथी