अपनों ने ही बना ली दूरी, कोरोना संक्रमित का शव अस्पताल में छोड़ गांव चले गए स्वजन; पुलिस ने किया दाह संस्कार

कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद अपने ही अपनों से दूरी बनाने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार को सामने आया जहां कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद स्वजन शव अस्पताल में ही छोड़ गांव चले गए।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 09:00 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 10:49 PM (IST)
अपनों ने ही बना ली दूरी, कोरोना संक्रमित का शव अस्पताल में छोड़ गांव चले गए स्वजन; पुलिस ने किया दाह संस्कार
अपनों ने ही बना ली दूरी, कोरोना संक्रमित का शव अस्पताल में छोड़ गांव चले गए स्वजन।

जागरण संवादाता, देहरादून। कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद अपने ही अपनों से दूरी बनाने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार को सामने आया, जहां कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद स्वजन शव अस्पताल में ही छोड़ गांव चले गए। वहां उन्होंने अपने मोबाइल भी बंद कर दिए, जिससे कोई उनसे संपर्क न कर सकें। नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने गांव के प्रधान के माध्यम से बात की तो स्वजनों ने आने से मना कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने खुद मृतक का दाह संस्कार किया।

नेहरू कॉलोनी के इंस्पेक्टर राकेश गुसांई ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि कनिष्क अस्पताल में एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई है। उसके स्वजन शव को अस्पताल में छोड़कर चले गए हैं। चौकी प्रभारी बाइपास मानवेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ कनिष्क अस्पताल पहुंचे। यहां अस्पताल स्टाफ ने बताया कि बीते छह मई रघुवीर सिंह रावत निवासी भेगोती शेरा भागीरथ पुरम टिहरी गढ़वाल को उनके स्वजनों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था।

जांच में रघुवीर सिंह रावत कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जहां रविवार को उनकी मृत्यु हो गई। मृतक के साथ उनकी भाभी कांता देवी और भतीजा राज रावत आए थे। दोनों रघुवीर सिंह की मृत्यु के बाद यह कहकर शव को अस्पताल में छोड़कर चले गए कि वह एक दो घंटे में आते हैं, लेकिन दोबारा अस्पताल नहीं पहुंचे। कनिष्क अस्पताल स्टाफ ने मृतक के स्वजनों से संपर्क किया तो उनका नंबर लगातार स्विच ऑफ आने लगा।

पुलिस ने मृतक के स्वजनों से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद मृतक के गांव के प्रधान से संपर्क किया गया तो प्रधान ने बताया कि मृतक रघुवीर सिंह के स्वजन गांव आ गए हैं। ग्राम प्रधान ने बताया कि स्वजन रघुवीर की मृत्यु से बहुत दुखी हैं। इसलिए किसी तरह से वहीं उनका संस्कार किया जाए। काफी प्रयास करने के बाद जब पुलिस ने मृतक की भाभी से फोन पर बात की तो कांता देवी ने कहा कि आप ही मृतक का अंतिम संस्कार कर लें। 

ग्राम प्रधान और मृतक के स्वजनों ने इस संबंध में प्रार्थना पत्र व्हाट्सएप के माध्यम से भेज दिया। सोमवार को उप निरीक्षक मानवेंद्र सिंह ने खुद पीपीई किट पहनकर मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए एंबुलेंस के माध्यम से रायपुर ले गए, जहां पर मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

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