कारगिल में पिता व तीन पुत्रों की मौत से ढकरानी में मातम
कारगिल में फर्नीचर का काम करने वाले जीवनगढ़ निवासी पिता व तीन पुत्रों की मौत से ढकरानी गांव में मातम का माहौल छा गया है।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: कारगिल में फर्नीचर का काम करने वाले जीवनगढ़ निवासी पिता व तीन पुत्रों की दम घुटने से मौत हो गई। कमाने गए पति व तीन पुत्रों की मौत से जीवनगढ़ की जाहिरा पर दु:खों का पहाड़ टूट गया। घटना का कारण ठंड से बचने के लिए जलाई गई रसोई गैस से निकला धुंआ माना जा रहा है, जिससे चारों का दम घुट गया। चारों के शव गुरुवार को कारगिल से जीवनगढ़ पहुंचेंगे।
जीवनगढ़ निवासी आकिल का जीवनगढ़ में भरापूरा परिवार रहा। आकिल व उसकी पत्नी जाहिरा जीवनगढ़ में पहले चार लड़के व एक लड़की के साथ हंसी खुशी अपना जीवन गुजार रहे थे। कारपेंटर के कार्य से घर परिवार की आर्थिकी सुधारने की चाह में एक अक्टूबर को आकिल अपने तीन पुत्रों मोमिन, सुहैल व समद कारगिल चला गया। पति व तीन पुत्रों के कारगिल में जाकर कार्य करने से परिवार की आर्थिकी भी सुधरी, लेकिन नीयत को शायद यह मंजूर नहीं था। दरअसल चारों को पिछले शुक्रवार को जीवनगढ़ अपने घर आना था, लेकिन बर्फ गिरने से रास्ता बंद होने पर चारों कारगिल में ही रुक गए थे, शायद होनी को यही मंजूर था। जैसे ही आकिल की पत्नी को हादसे का पता चला, उसकी आंखें पथरा गई, पति के साए से ज्यादा पुत्रों के हमेशा के लिए जाने के गम ने जाहिरा को तोड़ कर रख दिया। जिसने भी हादसे की खबर सुनी, हर किसी की आंखें भर आई। वर्तमान में जीवनगढ़ स्थित घर में आकिल की पत्नी जाहिरा, पुत्र शोएब व पुत्री तमन्ना है। आसपास के लोगों ने घर पर जाकर परिवार को सांत्वना दी। ग्राम प्रधान जीवनगढ़ सारा सुहैल के पति व समाजसेवी सुहेल पाशा के अनुसार चारों के शव गुरुवार को कारगिल से जीवनगढ़ पहुंचेंगे।