बस्ती के बीच पेठे का कारखाना दिन-रात उगल रहा धुंआ, टूटी पीसीबी की नींद

वायु प्रदूषण मानक से अधिक ही रहता है। इसके बाद भी उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भूमिका अभी तक प्रदूषण के आंकड़े एकत्रित करने से अधिक नजर नहीं आती। ताजा मामला गांधी ग्राम की नई बस्ती से जुड़ा है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 07:05 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 07:05 AM (IST)
बस्ती के बीच पेठे का कारखाना दिन-रात उगल रहा धुंआ, टूटी पीसीबी की नींद
बस्ती के बीच पेठे का कारखाना दिन-रात उगल रहा धुंआ

देहरादून, जेएनएन। दून में वायु प्रदूषण मानक से अधिक ही रहता है। इसके बाद भी उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भूमिका अभी तक प्रदूषण के आंकड़े एकत्रित करने से अधिक नजर नहीं आती। ताजा मामला गांधी ग्राम की नई बस्ती से जुड़ा है। 

दरअसल, यहां लंबे समय से एक पेठे का कारखाना रात-दिन धुंआ उगल रहा है। इसका संज्ञान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने तब लिया, जब स्थानीय निवासी ने बोर्ड समेत जिला प्रशासन, पुलिस व नगर निगम से इसकी शिकायत की। हालांकि, हरकत में आते हुए बोर्ड अशिकारियों ने तत्काल कारखाने का निरीक्षण किया और शिकायत को सही पाया। बोर्ड ने कारखाने को बंद करने के भी आदेश जारी कद दिए हैं।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल का कहना है कि शिकायत प्राप्त होते ही उस पर कार्रवाई की गई। शिकायत में कहा गया था भी कि कारखाने में कई एग्जॉस्ट फैन लगाए गए हैं। इससे धुआं सीधे आसपास के घरों में पहुंच रहा है। वहीं, कारखाने से निकलने वाला बदबूदार पानी भी नाली में ही उड़ेला जा रहा है। ऐसे में स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। 

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निरीक्षण में पाया गया कि कारखाना बिना एनओसी के चल रहा है। वैसे भी इस तरह के आबादी क्षेत्र में प्रदूषणकारी इकाई नहीं लग सकती। कारखाना संचालक को स्पष्ट रूप से आदेश दिए गए हैं कि इस इकाई को अन्यत्र शिफ्ट कर दिया जाए। यदि इसका अनुपालन नहीं किया जाता है तो जल्द पुलिसबल के साथ कारखाने को जबरन बंद करा दिया जाएगा।

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