Uttarakhand Tourism: उत्तराखंड में पर्यटन से बढ़ी उम्मीदें, मगर चुनौती बरकरार

कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के साथ ही उत्तराखंड में आवाजाही के लिए रियायत दिए जाने से पर्यटक स्थल गुलजार होने लगे हैं। फिर चाहे वह मसूरी नैनीताल हों अथवा दूसरे पर्यटक स्थल सभी जगह वीकेंड पर अच्छी-खासी भीड़ उमड़ रही है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 04:27 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:38 PM (IST)
Uttarakhand Tourism: उत्तराखंड में पर्यटन से बढ़ी उम्मीदें, मगर चुनौती बरकरार
उत्तराखंड में आवाजाही के लिए रियायत दिए जाने से पर्यटक स्थल गुलजार होने लगे हैं।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के साथ ही उत्तराखंड में आवाजाही के लिए रियायत दिए जाने से पर्यटक स्थल गुलजार होने लगे हैं। फिर चाहे वह मसूरी, नैनीताल हों अथवा दूसरे पर्यटक स्थल, सभी जगह वीकेंड पर अच्छी-खासी भीड़ उमड़ रही है। जाहिर है इससे पर्यटन व्यवसाय को पंख लगने की उम्मीद जगी है, मगर चुनौतियां भी बरकरार हैं। पर्यटक स्थलों में कोविड के मानकों के अनुकूल व्यवहार को लेकर निश्चिंतता जैसा माहौल है। इस मोर्चे पर न सिर्फ पर्यटकों, बल्कि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों को भी ध्यान देना होगा। बात समझने की है कि सावधानी ही कोविड से बचाव का मूलमंत्र है।

सरकार ने राज्य के भीतर आवाजाही तो सुगम की ही है, अन्य राज्यों से आने वाले उन व्यक्तियों को भी कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट से छूट दे दी है, जिन्होंने आने से 15 दिन पहले कोरोना से बचाव के लिए दोनों टीके लगवा लिए हों। परिणामस्वरूप इसका असर पर्यटक स्थलों पर बढ़ी सैलानियों की तादाद के रूप में भी देखा गया है। निश्चित रूप से पर्यटकों की आवाजाही से ही पर्यटन उद्योग को संबल मिलेगा, मगर बदली परिस्थितियों में कोविड की गाइडलाइन के अनुरूप व्यवहार भी करना आवश्यक है। इसमें जरा सी कोताही पर्यटकों व स्थानीय निवासियों दोनों पर भारी पड़ सकती है।

ऐसे में जरूरी है कि पर्यटक स्थलों में सुरक्षित शारीरिक दूरी, मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग को लेकर प्रत्येक व्यक्ति सजग रहे। साथ ही होटल, रिसार्ट संचालकों को भी यह ध्यान रखना आवश्यक है कि वे अपने यहां कोविड से बचाव के मद्देनजर सभी मानकों का कड़ाई से अनुपालन करें। यदि किसी भी व्यक्ति में कोविड से संबंधित कोई लक्षण नजर आता है तो इसकी सूचना प्रशासन को देने के साथ ही संबंधित व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना सुनिश्चित कराएं। यह भी आवश्यक है कि मांगे जाने पर सैलानी कोविड वैक्सीनेशन का फाइनल प्रमाणपत्र अथवा कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को जरूर दिखाएं। कहने का आशय ये यदि सभी लोग सावधानी बरतेंगे तो हम कोविड से भी सुरक्षित रह सकेंगे।

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