राष्ट्रीय पुरानी पेंशन के लिए ऑनलाइन आंदोलन चलाएंगे कर्मचारी
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने अब ऑनलाइन मोड पर आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। मोर्चा के सदस्यों सरकार की अनदेखी पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने अब ऑनलाइन मोड पर आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। मोर्चा के सदस्यों सरकार की अनदेखी पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। ऑनलाइन बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय को जनता तक पहुंचाया जाएगा। कुमाऊं मंडल प्रभारी योगेश घिल्डियाल ने कहा कि पुरानी व्यवस्था के तहत वेतन की तरह ही पे कमीशन और डीए लागू होता था, जबकि नई पेंशन योजना में ये दोनों नहीं हैं।
पे कमीशन जहां हर 10 साल में पेंशन को गुणात्मक रूप से बढ़ा देता है, वहीं डीए के चलते भी कुछ प्रतिशत बढ़ात्तरी होती है। महिला मोर्चा की गढ़वाल मंडल प्रभारी रश्मि गौड़ ने कहा कि जब कर्मचारी रिटायर होंगे, तब क्या होगा। क्योंकि पुरानी पेंशन तो बुढ़ापे का सहारा है। जिन लोग की पेंशन है वे स्वाभिमान से अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
बागेश्वर की जिला संयुक्त सचिव सोनिया गौरव ने कहा कि पुरानी पेंशन में कर्मचारी का शेयर कुछ नहीं होता है, फिर भी कर्मचारी आवश्यकता पड़ने पर जीपीएफ से धनराशि निकाल सकता है। जबकि नई पेंशन व्यवस्था में कर्मचारी का 10 फीसद शेयर होने के बावजूद आवश्यकतानुसार धनराशि नहीं निकाल सकते।
बैंकों को दो बजे तक खोलने की मांग
आल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन के सचिव पीआर कुकरेती ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखकर बैंकों का समय भी 10 से दो बजे तक करने का आग्रह किया है। कहा कि कोरोना के दूसरे दौर में बैंक कर्मियों का ध्यान रखते हुए बैंकों के खुलने का समय सुबह दस से दोपहर दो बजे तक रखा जाए, बैंकों को सप्ताह में पांच दिन खोलने के साथ बैंकों शाखाओं में कोरोना की गाइडलाइन का नियमित पालन कराया जाए।
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