पहाड़ों में 'निर्भया' की स्थिति में सुधार को कवायद तेज

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्भया सेल में आ रहे मामलों को गंभीरता से लेते हुए पीड़िताओं की मदद के लिए प्रदेशभर में महिला हेल्पलाइन के प्रभावी संचालन पर जोर दिया।

By Edited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 09:00 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 12:34 PM (IST)
पहाड़ों में 'निर्भया' की स्थिति में सुधार को कवायद तेज
पहाड़ों में 'निर्भया' की स्थिति में सुधार को कवायद तेज

देहरादून, जेएनएन। महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराधों की श्रेणी में सबसे ऊपर नजर आ रहे पहाड़ी जिलों को लेकर महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग हरकत में आया है। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्भया सेल में आ रहे मामलों को गंभीरता से लेते हुए पीड़िताओं की मदद के लिए प्रदेशभर में महिला हेल्पलाइन के प्रभावी संचालन पर जोर दिया। उन्होंने मौजूदा वन स्टॉप सेंटरों में एक-एक सब इंस्पेक्टर की तैनाती व मामलों के त्वरित निस्तारण के सख्त निर्देश भी दिए।

शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला हेल्पलाइन की ओर से आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्भया सेल में पंजीकृत मामलों की स्थिति चिंताजनक है। इस पर नियंत्रण एंवं पीड़िता की मदद के लिए गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। कहा कि संवेदनशील जिलों में वन स्टॉप सेंटर की स्थापना पर भी विचार किया जा रहा है।

उन्होंने निर्भया सेल व वन स्टॉप सेंटर के मामलों के त्वरित निस्तारण में विभिन्न विभागों की ओर से आ रही समस्याओं को भी साझा किया। उन्होंने समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पुलिस, श्रम एंवं सेवायोजन विभाग के अधिकारियों से ईमानदारी से कर्तव्यों के निर्वहन की अपेक्षा की। बता दें कि दैनिक जागरण के 10 नवंबर के अंक में 'पहाड़ की शांति में भी निर्भया की चीत्कार' शीर्षक से प्रकाशित खबर में निर्भया सेल में आ रहे मामलों के आधार पर पहाड़ी जिलों की चौंकाने वाली स्थिति बयां की गई थी। बताया गया था कि निर्भया सेल में सबसे ज्यादा पहाड़ी जिलों से मामले दर्ज हो रहे हैं। गंभीर यह कि इन अपराधों में बलात्कार, पोक्सो, एसिड अटैक जैसे जघन्य अपराध शामिल होते हैं।

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