दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दस मिनट कर लिफ्ट में फंसा रहा ईसीजी तकनीशियन
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपनल व पीआरडी कर्मियों की हड़ताल के कारण मरीजों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल की लिफ्ट खराब होने की वजह से उन्हें सीढ़ियां चढ़नी पड़ी। यही नहीं ईसीजी तकनीशियन जर्नादन अंथवाल लिफ्ट में करीब दस मिनट फंसे रहे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपनल व पीआरडी कर्मियों की हड़ताल के कारण मरीजों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को यहां दिव्यांग, बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं पर दोहरी मार पड़ी। अस्पताल की लिफ्ट खराब होने की वजह से उन्हें सीढ़ियां चढ़नी पड़ी। यही नहीं, ईसीजी तकनीशियन जर्नादन अंथवाल लिफ्ट में करीब दस मिनट फंसे रहे। शोर मचाने पर सुरक्षाकर्मी व अन्य कर्मचारी वहां पहुंचे। इंजीनियर के आने के बाद तकनीशियन को बाहर निकाला गया।
अस्पताल के नए ओपीडी ब्लॉक में लगी लिफ्ट कई बार खराब हो चुकी है। पर इसकी तकनीकी खामी को अस्पताल प्रशासन दुरुस्त नहीं करा पा रहा है। जिससे बड़ी घटना होने का अंदेशा बना हुआ है। जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह तकनीशियन के लिफ्ट में फंसने के कारण काफी देर अफरातफरी मची रही। इस कारण अफसरों की भी सांस अटकी रही। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि लिफ्ट में तकनीकी दिक्कत आई थी, जिसे ठीक करा दिया गया है। सुरक्षाकर्मी और इंजीनियर को हर वक्त लिफ्ट के पास रहने के लिए कहा गया है।
एक मार्च से ओपीडी सुबह आठ बजे से
एक मार्च से प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी का समय बदल जाएगा। अब नवंबर तक ओपीडी सुबह आठ बजे से शुरू होगी। ऐसे में मरीजों को नई समय सारणी के अनुरूप ही देखा जाएगा। उत्तराखंड में मौसम में लगातार गरमाहट आने लगी है। जिसे देखते हुए दून मेडिकल कॉलेज के टीचिंग अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी का समय बदलने जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केसी पंत ने बताया कि अभी तक ओपीडी सुबह नौ बजे शुरू होती थी और चिकित्सक तीन बजे तक मरीज देखते थे। एक मार्च से गर्मियों की समय सारिणी लागू हो जाती है। जिसके तहत ओपीडी सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक चलेगी। पंजीकरण सुबह आठ बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक ही होंगे। इसी तरह आपातकालीन मामलों को छोड़कर एमआरआइ, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, ईसीजी के अलावा विभिन्न पैथोलॉजी जांच भी सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ही की जाएंगी। दवा काउंटर बंद होने का समय ढाई बजे होगा।
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