Durga Mahotsav: सिंदूर खेला के साथ मां दुर्गा को दी विदाई, भक्तों के लगाए माता के जयकारे
Durga Mahotsav पांडालों में स्थापित दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम दिन सिंदूर खेला के साथ विसर्जन के लिए विदा किया। विभिन्न संगठनों ने शोभायात्रा निकालकर माता के जयकारे लगाए। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन कर आयोजकों ने भक्तों में प्रसाद वितरित किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Durga Mahotsav दुर्गा महोत्सव के समापन पर अखंड सुहाग और आपसी प्रेम की रस्म 'सिंदूर खेला' के साथ श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा को विदाई दी। नवरात्र में नौ दिन तक माता की पूजा और भक्ति के बाद दसवें दिन विजयादशमी के साथ दुर्गा उत्सव भी संपन्न हो गया। शहर में सजाए गए पांडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
विजयादशमी के मौके पर पांडालों में लाल जोड़ा पहनकर पहुंची सुहागिनों ने मां को पान और मिठाई का भोग लगाया। माता की विशेष आरती के बाद सिंदूर खेला की रस्म अदा कर पति की लंबी आयु की कामना की।
विदाई के वक्त भक्तों की आंखें हुई नम
करनपुर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में बजरंग सेवा समिति की ओर से दुर्गा पूजा के बाद विधि-विधान से मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाया। मां दुर्गा की विदाई के समय महिलाओं की आंख नम हो गईं। विसर्जन के लिए मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। पंडित गिरीश चंद शर्मा ने विधि विधान से पूजा-अर्चना कर विश्व शांति की प्रार्थना की।
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धर्मपुर और बिंदाल में भी महोत्सव संपन्न
दून में बंगाली समुदाय ने मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित कर विश्व कल्याण की प्रार्थना की। शुक्रवार को धर्मपुर स्थित दुुर्गा मंदिर एवं बिंदाल पुल के समीप लगे पांडाल में समुदाय के लोग ने उल्लास के साथ सिंदूर खेला पर्व मनाया। इसके बाद मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस मौके पर समर सेन, एसके बोस, प्रसंजीत दत्ता, हिमांशु चक्रवर्ती, पब घोष, अधीर मुखर्जी, अभय दत्ता, डा. बासु भट्टाचार्य, आरूप चक्रवर्ती, मौसमी घोष, सुनीता भौमिक, संध्या चक्रवर्ती, शिवानी दत्ता, अपराजिता दत्ता, कल्याणी चक्रवर्ती, अनामिका मुखर्जी, स्वाति भट्टाचार्य, अर्पिता भट्टाचार्य आदि मौजूद रहे।
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