पहाड़ों की रानी के लिए महत्वकांक्षी दून-मसूरी रोपवे परियोजना का काम जल्द होगा शुरू, पर्यटन सचिव ने दिए ये निर्देश
Doon Mussoorie Ropeway Project पहाड़ों की रानी मसूरी के लिए महत्वकांक्षी रोपवे परियोजना जल्द परवान चढ़ने जा रही है। अवैध अतिक्रमण के हट जाने के बाद अब परियोजना के अंतर्गत भूमि चिह्नीकरण का कार्य शुरू हो गया है।
देहरादून, जेएनएन। पर्यटन विभाग की पहाड़ों की रानी मसूरी के लिए महत्वकांक्षी रोपवे परियोजना जल्द परवान चढ़ने जा रही है। अवैध अतिक्रमण के हट जाने के बाद अब परियोजना के अंतर्गत भूमि चिह्नीकरण का कार्य शुरू हो गया है। शनिवार को सचिव पर्यटन, दिलीप जावलकर ने देहरादून-मसूरी रोपवे साइट और हाथीपांव स्थित जॉर्ज एवरेस्ट का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि देहरादून-मसूरी रोपवे के लिए पर्यटन विभाग के स्तर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
इस संबंध में फ्रांस की 'पोमा' इंटरनेशनल कंपनी के साथ कांट्रेक्चुअल एग्रीमेंट कर लिया गया है। साथ ही साइट पर किए गए अवैध अतिक्रमण को भी विभाग द्वारा हटा लिया गया है। पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्राप्त हो जाने के उपरांत इस परियोजना पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सचिव ने बताया कि रोपवे के निर्माण के बाद पर्यटक राजपुर रोड स्थित पुरकुल से मसूरी टैक्सी स्टैंड के बीच की दूरी महज 15 मिनट में तय कर सकेंगे।
इस रोपवे के बन जाने से जहां एक ओर पर्यटक पहाड़ों की हरियाली का दर्शन करते हुए हवाई यात्रा के रोमांच का आनंद उठा सकेंगे। वहीं दूसरी ओर इससे वायु प्रदूषण, कार्बन उत्सर्जन और देहरादून-मसूरी मार्ग पर ट्रैफिक जाम की समस्याओं से बचा जा सकेगा। उन्होंने जॉर्ज एवरेस्ट का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ सर्वे ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
सचिव पर्यटन ने बताया कि जॉर्ज एवरेस्ट में एक कार्टोग्राफिक संग्रहालय का निर्माण प्रस्तावित है। इस संबंध में शीघ्र ही सर्वे ऑफ इंडिया के साथ एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किया जाएगा। जॉर्ज एवरेस्ट में लगभग 24 करोड़ रुपये की परियोजना पर कार्य किया जा रहा है, जिसमें पर्यटकों के लिए इको फ्रेंडली लॉग हट्स, मोबाइल टॉयलेट, फूड वैन, ओपन थिएटर और हेरीटेज ट्रैक का निर्माण किया जाना है।