डोईवाला अस्पताल को पीपीपी मोड़ से किया जाए मुक्त

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला को पीपीपी मोड से मुक्त कराने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकत्र्ताओं ने अस्पताल गेट के समीप प्रदर्शन देकर धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 08:37 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 08:37 PM (IST)
डोईवाला अस्पताल को पीपीपी मोड़ से किया जाए मुक्त
डोईवाला अस्पताल को पीपीपी मोड़ से किया जाए मुक्त

संवाद सहयोगी, डोईवाला : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला को पीपीपी मोड से मुक्त कराने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकत्र्ताओं ने अस्पताल गेट के समीप प्रदर्शन देकर धरना दिया।

प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के डोईवाला विधानसभा प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि यह अस्पताल मात्र एक रेफर सेंटर बनकर रह गया है। पूर्व में अस्पताल में भी सुविधाएं बढ़ाने जाने की मांग की गई थी। लेकिन भाजपा सरकार ने सुविधा तो बढ़ाई नहीं अस्पताल को पीपीपी मोड में दे दिया। उक्रांद नेता प्रमोद डोभाल ने कहा कि हजारों की आबादी इस अस्पताल पर निर्भर है फिर भी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की ओर ध्यान नहीं दे रही है। जिस कारण क्षेत्रवासियों को निजी अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में उक्रांद के नगर अध्यक्ष बिना नेगी, शशिबाला, लक्ष्मी नेगी, सीमा रावत, भावना नैथानी, जीवानंद भट्ट आदि मौजूद रहे।

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उक्रांद के धरने को कांग्रेस व भाजपा नेताओं का भी समर्थन

यूकेडी की ओर से अस्पताल को पीपीपी मोड से मुक्त कराने को लेकर चल रहे धरने को भाजयुमो के पूर्व जिला उपाध्यक्ष विजय बक्शी एवं किसान कांग्रेस के अध्यक्ष उमेद बोरा ने भी समर्थन दिया है। विजय बख्शी एवं उमेद बोरा ने कहा कि जनहित के मुद्दों पर राजनीति से अलग हटकर सभी को आगे आना चाहिए। अस्पताल को पीपीपी मोड से मुक्त कराना बहुत जरूरी है। क्योंकि जब से इस अस्पताल को पीपीपी मोड में दिया गया है। यह मात्र एक रैफर सेंटर बनकर रह गया है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस गुरुवार (आज) प्रदर्शन करेगी।

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