चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन, देश में डॉक्टरों पर हो रही हिंसा से हैं नाराज
देश के अलग-अलग राज्यों में चिकित्सकों पर हो रही हिंसा को लेकर डाक्टरों में नाराजगी है। इस मामले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) से जुड़े चिकित्सकों ने शुक्रवार को देहरादून समेत पूरे प्रदेश में काली पट्टी बांधकर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। देश के अलग-अलग राज्यों में चिकित्सकों पर हो रही हिंसा को लेकर डाक्टरों में नाराजगी है। इस मामले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) से जुड़े चिकित्सकों ने शुक्रवार को देहरादून समेत पूरे प्रदेश में काली पट्टी बांधकर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया। दून में आइएमए ब्लड बैंक, सीएमआइ, सिनर्जी, आरोग्य धाम, वेलमेड समेत विभिन्न अस्पतालों, नर्सिंग होम व क्लीनिक में चिकित्सकों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए सांकेतिक प्रदर्शन किया। हालांकि, इस दौरान सभी चिकित्सकों ने ओपीडी में मरीज भी देखे। इससे पहले बीती मंगलवार को डाक्टरों ने डिमांड डे मनाया था।
चिकित्सकों को कहना है कि आए दिन अलग-अलग प्रदेशों में चिकित्सकों पर हिंसा होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। कोरोनाकाल में चिकित्सक अपना परिवार छोड़कर और अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं। ऐसी स्थिति में चिकित्सकों पर हो रही हिंसा शर्मनाक कृत्य है। उन्होंने कहा कि समाज को भी चिकित्सकों का साथ देना होगा।
मांग की है कि सेंट्रल हास्पिटल एंड हेल्थकेयर प्रोफेशनल प्रोटेक्शन एक्ट में आइपीसी और सीआरपीसी की धाराओं से जोड़ना बेहद जरूरी है, तभी चिकित्सकों के खिलाफ हिंसा रुकेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारों को चाहिए कि चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कानूनों का कड़ाई से पालन हो। अलग-अलग क्लीनिक में हुए सांकेतिक प्रदर्शन में आइएमए केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डा. डीडी चौधरी, प्रदेश महासचिव डा. अजय खन्ना, वेलमेड अस्पताल के चेयरमैन डा. चेतन शर्मा, आरोग्य धाम अस्पताल के निदेशक डा विपुल कंडवाल, डा. संजय उप्रेती, डा. अमित सिंह समेत कई अन्य चिकित्सक शामिल रहे।
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