अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दैनिक जागरण के साथ जुड़कर करें योग, डा. हिमांशु सारस्वत सिखाएंगे योग
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दैनिक जागरण विशेष पहल कर रहा है। 21 जून को जागरण फेसबुक लाइव के जरिये सुबह छह बजे से आपको विभिन्न योग सिखाएगा। साथ ही दैनिक जीवन में योग का क्या महत्व है यह भी बताया जाएगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दैनिक जागरण विशेष पहल कर रहा है। 21 जून को जागरण फेसबुक लाइव के जरिये सुबह छह बजे से आपको विभिन्न योग सिखाएगा। साथ ही दैनिक जीवन में योग का क्या महत्व है एवं योग को दिनचर्या में कैसे शामिल किया जा सकता है, यह भी बताया जाएगा। दैनिक जागरण की इस पहल से जुड़ने के लिए फेसबुक पर दैनिक जागरण, देहरादून के पेज पर जाना होगा। जागरण के साथ जुड़ने वाले लोग अपनी और स्वजन की फोटो दैनिक जागरण को वाट्सएप नंबर पर भेज सकते हैं। चुनिंदा लोग की फोटो दैनिक जागरण के इंटरनेट मीडिया मंचों पर प्रकाशित किए जाएंगे। फेसबुक लाइव पर कायाकल्प योगा स्टूडियो के संस्थापक योग गुरु डा. हिमांशु सारस्वत आमजन को योग सिखाएंगे।
कोरोना महामारी फैलने के बाद से लोग अपनी सेहत के प्रति सजग हो गए हैं, लेकिन अब भी कई लोग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर फेसबुक लाइव के जरिये आमजन को योग के प्रति जागरूक करने के प्रयास किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य ही कोरोना से जूझ रहे लोग और कोविड कर्फ्यू के चलते घर पर रह रहे व्यक्तियों को योग से जोड़कर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है।
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अनिमियत जीवन शैली है रोगों का कारण
पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में साप्ताहिक योग व्याख्यान माला में योगाचार्य प्रो. लक्ष्मीनारायण जोशी ने योग विज्ञान व नाड़ी चिकित्सा की जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित वर्चुअल साप्ताहिक योग व्याख्यान माला में गुरुवार को उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में योग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. लक्ष्मीनारायण जोशी ने अपने व्याख्यान में अनियमित जीवन शैली को रोगों का मुख्य कारण बताया है। उन्होंने कहा कि इस बात की पुष्ट उन्होंने स्वयं अपने अनुसंधान में योगिक डायग्नोस्टिक के आधार पर की है। उन्होंने कहा कि यदि हम सही समय पर सही खानपान करें तो कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। इस दौरान विवि के कुलपति प्रो. पीपी ध्यानी, परिसर निदेशक प्रो. पंकज पंत, योग विभाग के समन्वयक प्रो. अजय उनियाल, योग विभाग के प्राध्यापक डा. जेपी कंसवाल, वीणा रयाल, चंद्रेश्वरी नेगी व हिमानी नौटियाल आदि ने प्रतिभाग किया।
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