Kanwar Yatra 2021: इस साल कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित, ऋषिकेश में जबरन घुसने वाले कांवड़ यात्री होंगे क्वारंटाइन

Kanwar Yatra 2021 श्रावण माह में कांवड़ यात्रा को शासन ने प्रतिबंधित किया है। ऋषिकेश क्षेत्र में जबरन प्रवेश करने वाले कावंड़ियों को पुलिस प्रशासन की मदद से क्वारंटाइन किया जाएगा। जनपद सीमा पर पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जाएगी।

By Edited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:03 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 01:32 PM (IST)
Kanwar Yatra 2021: इस साल कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित, ऋषिकेश में जबरन घुसने वाले कांवड़ यात्री होंगे क्वारंटाइन
Kanwar Yatra 2021: इस साल कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Kanwar Yatra 2021 श्रावण माह में कांवड़ यात्रा को शासन ने प्रतिबंधित किया है। ऋषिकेश क्षेत्र में जबरन प्रवेश करने वाले कावंड़ियों को पुलिस-प्रशासन की मदद से क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके साथ ही जनपद सीमा पर पुलिस बल की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

कांवड़ यात्रा और आपदा प्रबंधन को लेकर उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने तहसील मुख्यालय में सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक डीसी ढौंडियाल ने बताया कि हरिद्वार से लगने वाली जनपद की सीमा रायवाला में पुलिस टीम तैनात की गई है। बैराज सीमा पर भी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। इसके अतिरिक्त योग नगरी रेलवे स्टेशन, पुराना रेलवे स्टेशन, यात्रा बस अड्डा, त्रिवेणी घाट पर पुलिस बल की मदद से विशेष निगरानी की जाएगी।

इस दौरान कोई भी कांवड़िया यदि जबरन क्षेत्र में प्रवेश करता है तो उसे दस दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि त्रिवेणी घाट में सिर्फ स्थानीय श्रद्धालुओं को सीमित संख्या में पूजा करने की अनुमति होगी। शिवालयों में परंपरागत तरीके से कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए जलाभिषेक होगा। सभी प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर रैपिड एंटीजन जांच बढ़ाई जाएगी।

आपदा नियंत्रण को तीन कंट्रोल रूम

मानसून काल को देखते हुए आपदा के वक्त हालात को संभालने के लिये तहसील मुख्यालय, नगर निगम मुख्यालय और डोईवाला ब्लाक मुख्यालय में कंट्रोल रूम खोले गए हैं। तहसील मुख्यालय के लिए 0135-436212, ब्लाक मुख्यालय के लिए 9634598653 और नगर निगम कंट्रोल रूम के लिए 8941071990 नंबर जारी किया गया है। उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि आपदा से संबंधित सभी विभाग मानसून काल में अलर्ट मोड पर रहेंगे।

आपदा में धर्मशाला बनेंगे रेन बसेरा

तहसील मुख्यालय में आयोजित बैठक में बाढ़ के दौरान आपात स्थिति से निपटने के लिए उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने सभी धर्मशाला और आश्रम का मौके पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। यदि जरूरत पड़ेगी तो तटीय इलाकों में रहने वाले नागरिकों को इन रैन बसेरा में शिफ्ट किया जाएगा। सहायक नगर आयुक्त विनोद कुमार लाल ने बताया कि क्षेत्र के सभी नालों की सफाई कराई गई है। जलभराव की स्थिति में निगम ने एक अलग टीम का गठन किया है।

कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया गया है। उपजिलाधिकारी ने विशेष रूप से रेस्टोरेंट और होटल की और से गंदगी किए जाने के मामले पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। सहायक अभियंता सिंचाई विभाग अनुभव नौटियाल ने बताया कि गौहरी माफी क्षेत्र में सौंग नदी की बाढ़ से सुरक्षा के लिए वहां ट्यूनेट प्लान पर काम चल रहा है। उप जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आरसी कैलखुरा को निर्देश दिए की गौहरी माफी क्षेत्र में सड़क टूटी हुई है, इसलिए वहां मरम्मत कार्य को जल्द पूरा किया जाए।

गंगा विंग और ऊर्जा निगम को हिदायत

उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि बैठक में जल संस्थान गंगा विंग का कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ। जिसे लापरवाही माना गया है, इस संबंध में विभाग को पत्र जारी किया जाएगा। ऊर्जा निगम के अधिकारी भी बैठक में काफी विलंब से पहुंचे। ऐसे अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है। बैठक में तहसीलदार डा. अमृता शर्मा, नायब तहसीलदार विजय पाल सिंह चौहान, खंड विकास अधिकारी बीएस नेगी, रजिस्ट्रार कानूनगो प्रमोद कुमार शर्मा, जलकल अभियंता अनिल नेगी, आपूर्ति निरीक्षक विजय डोभाल, त्रिवेणी घाट चौकी प्रभारी उत्तम रमोला आदि उपस्थित थे।

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