उत्‍तराखंड यूथ कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट से बवाल

उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से किसानों के आंदोलन के दौरान बीते रोज लाल किले की घटना पर किए गए ट्वीट ने सियासी उबाल ला दिया। बाद में इस ट्वीट को संगठन ने हटा दिया। प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने इसे ट्विटर अकाउंट से छेड़छाड़ बताया।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 08:12 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 08:12 AM (IST)
उत्‍तराखंड यूथ कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट से बवाल
उत्‍तराखंड यूथ कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट से बवाल।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से किसानों के आंदोलन के दौरान दिल्ली में बीते रोज लाल किले की घटना पर किए गए ट्वीट ने सियासी उबाल ला दिया। बाद में इस ट्वीट को संगठन ने हटा दिया। प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने इसे संगठन के ट्विटर अकाउंट से छेड़छाड़ बताया। उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। जल्द ही साइबर सेल में शिकायत और एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

बीते रोज गणतंत्र दिवस के दौरान किसान आंदोलन में हिंसा और लालकिले में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान होने के बाद उत्तराखंड यूथ कांग्रेस का ट्विटर अकाउंट अचानक सुर्खियों में आ गया। इस अकाउंट पर यह लिखा गया कि किसानों ने लाल किले को फतह किया। इंकलाब जिंदाबाद। इसे ऐतिहासिक ट्रेक्टर मार्च करार दिया गया। लालकिले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद संगठन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस तरह के ट्वीट ने राष्ट्रीय स्तर पर भी सियासत को गर्मा दिया। इसे लेकर मीडिया में भी तेज बहस छिड़ गई।

हालांकि, उत्तराखंड यूथ कांग्रेस ने इस ट्वीट को उनके अकाउंट से छेड़छाड़ बताते हुए इसे डिलीट कर दिया। संपर्क करने पर उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने बताया कि उक्त अकाउंट से पहले से छेड़छाड़ चल रही है। उक्त ट्वीट से संगठन का लेना-देना नहीं है। करीब तीन घंटे बाद उन्हें जानकारी मिली। इसके बाद इसे हटाया जा चुका है। साथ ही इसकी सूचना राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को दी गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर संगठन के ट्विटर अकाउंट से छेड़छाड़ की जांच की जा रही है। मामले की तह तक जाने की कोशिशें प्रारंभ हो चुकी है। जांच के बाद जल्द इस मामले में साइबर सेल में शिकायत और एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

उन्होंने कहा कि युवक कांग्रेस किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करती। लालकिले में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान या किसी समुदाय विशेष के ध्वज को किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता।

बोले डीजीपी

-अशोक कुमार (डीजीपी उत्तराखंड) ने कहा कि मामले का परीक्षण कराया जाएगा, अगर सत्यता पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।

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