जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और स्थानीय लोगों के विस्थापन पर हुई चर्चा
शनिवार को जौलीग्रांट स्थित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के राज्य अतिथि गृह में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण देहरादून हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण तथा स्थानीय नागरिकों के विस्थापन व रोजगार आदि बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण देहरादून हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण तथा स्थानीय नागरिकों के विस्थापन व रोजगार आदि बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। शनिवार को जौलीग्रांट स्थित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के राज्य अतिथि गृह में समिति के अध्यक्ष व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण देहरादून हवाई अड्डा सलाहकार समिति के समक्ष निदेशक डीके गौतम ने एयरपोर्ट के विकास कार्यों, उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं को पेश किया।
केंद्रीय मंत्री निशंक ने देहरादून एयरपोर्ट के विस्तारीकरण एवं विकास के कार्यों की समीक्षा की और देहरादून एयरपोर्ट को देश का नंबर वन एयरपोर्ट बनाने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने सभी फ्लाइट प्रबंधकों को सुझाव दिया कि देहरादून से रात्रि नौ बजे भी फ्लाइट जानी चाहिए। जिससे आम जनमानस को सुविधा मिल सके। आशीष चौहान (सीईओ यूकाडा) को कहा कि जीएमवीएन और केएमवीएन मिलकर पर्यटन के लिए एक अच्छी योजना बनाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड बहुत ही खूबसूरत जगह है, इसके लिए एक हिमालय दर्शन योजना बने, जिससे देश विदेश से आने वाले पर्यटकों कोई हिमालय दर्शन का सौभाग्य मिले।
डीके गौतम ने बताया कि अभी आने वाले समय में एयर टैक्सी नामक एक योजना शुरू होने वाली है, जो चंडीगढ़ से हिसार के लिए शुरू होगी। इसमें लगभग तीन लोग जा पाएंगे और जिसका किराया लगभग ढाई हजार के करीब होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट को सुंदर और नंबर वन बनाने के लिए हमें पूरा प्रयास करना होगा और एयरपोर्ट विस्तारीकरण, विकास कार्य का कार्य तेजी से हो इसमें ढिलाई नहीं होनी चाहिए। विस्तारीकरण को लेकर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि टिहरी बांध विस्थापित पहले ही अपना घर बार छोड़कर यहां विस्थापित हुए हैं, विस्तारीकरण में दोबारा टिहरी बांध के विस्थापितों के घरों को ना छेड़ा जाए, अपितु विकल्प पर विचार हो। एक हिमालयन लाइब्रेरी एयरपोर्ट के सौजन्य से किसी स्थान पर बने और सीएसआर फंड द्वारा स्थानीय स्कूलों का विकास किया जाए, जिस पर एयरपोर्ट डायरेक्टर ने माजरी इंटर कॉलेज को गोद लेने को बात कही। केंद्र मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हमारी प्राथमिकता स्थानीय लोगों के प्रति संवेदना होनी चाहिए, युवाओं को रोजगार मिले किसी भी कारण से उनका रोजगार ना छीन पाए।
सलाहकार समिति सदस्य रविंद्र बेलवाल ने देहरादून से ऋषिकेश राष्ट्रीय मार्ग से जौलीग्रांट गांव होते हुए देहरादून हवाई अड्डे के आईटीसी बिल्डिंग होते हुए जॉलीग्रांट, बागी, कोठारी मोहला आने वाले मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने के संबंध में बैठक में चर्चा की। चौड़ाई कम होने के कारण स्थानीय लोगों के बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। केंद्रीय मंत्री ने इस कार्य को गंभीरता से लेते हुए उक्त मार्ग को चौड़ा करने के लिए शीघ्र प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने एजेंडे में यह भी कहा कि लच्छीवाला टोल बैरियर पर एयरपोर्ट के कर्मचारियों का मासिक पास बने।
एयरपोर्ट पर बीएसएनल की कनेक्टिविटी में सुधार के लिए केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्य मंत्री भारत सरकार संजय धोत्रे से फोन पर वार्ता की। डायरेक्टर गौतम और केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने निर्माणाधीन नई टर्मिनल बिल्डिंग का भी निरीक्षण किया।
बैठक में सदस्य रविंद्र बेलवाल, संजीव चौहान, पूर्व मित्तल, राजीव तलवार, आशीष चौहान (सीईओ युकाडा), मोहन सिंह बर्निया (अपर नगर आयुक्त), राजेंद्र सिंह खाती (सीएफओ फायर), लक्ष्मी राज चौहान (एसडीएम), विपिन शर्मा (इंडिगो), आरती शर्मा (एयर इंडिया), वरुण सिंह (स्पाइस जेट), संजीव दास (विस्तारा), एमपी बंसल (महाप्रबंधक परियोजना), विवेक गौतम (सीआईएसफ), विनय शंकर पांडे (अध्यक्ष नगर निगम) और मनवीर चौहान आदि उपस्थित रहे।
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