Uttarakhand Politics: धामी सरकार के मंत्रियों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को घेरा

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के महापाप संबंधी बयान पर धामी सरकार के मंत्रियों ने हरीश रावत पर हमला बोला। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि सही मायने में पाप किसने किया यह उत्तराखंड की जनता जानती है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 10:49 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 10:49 AM (IST)
Uttarakhand Politics: धामी सरकार के मंत्रियों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को घेरा
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि सही मायने में पाप किसने किया।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत के महापाप संबंधी बयान से सियासत गर्मा गई है। अब प्रदेश की धामी सरकार के मंत्रियों ने रावत के साथ ही कांग्रेस पर हमला बोला है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने हरीश रावत को निशाने पर लेते हुए कहा कि सही मायने में पाप किसने किया, यह उत्तराखंड की जनता जानती है। कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचारी, देशद्रोही और पापियों का प्लेटफार्म है।

विधानसभा चुनाव से पहले चल रही सियासी उठापठक के बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीते रोज कहा था कि पिछली कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत करने वालों की पार्टी में आसान वापसी को वह तैयार नहीं हैं। सरकार गिराने के लिए दलबदल को महापाप करार देते हुए उन्होंने कहा था कि ऐसे व्यक्ति कांग्रेस में आना चाहते हैं तो उन्हें पहले अपना पाप स्वीकार करना होगा। साथ ही सरकार गिराने में जो मुख्य भूमिका में थे, उन्हें इस कृत्य के लिए जनता से क्षमा मांगनी चाहिए।

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने हरीश रावत के इस बयान पर जोरदार पलटवार किया। बुधवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हरीश रावत उन्हें कहने को मजबूर कर रहे हैं। पूर्व में जहरीली शराब पिलाकर किसने यहां के भविष्य को खराब करने की कोशिश की। ऐसे व्यक्तियों को जनता से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने ये पाप किया।

कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो लोग प्रदेश की सबसे बड़ी व्यवस्था में बैठकर कहते थे कि मैं अपनी आंखें मूंद लूंगा, जिसको जो लूटना है लूटे ले। इसे क्या कहा जाएगा। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने भी हरीश रावत पर तंज कसते हुए कहा कि रावत की कथनी और करनी में अंतर है। उन्होंने कहा कि रावत खुद ही समय-समय पर शिगूफा छोड़ते रहते हैं, जिसे कोई गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने सवाल किया कि जो लोग कांग्रेस में गए हैं, क्या उनके द्वारा माफी मांगी गई है।

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