Magh Purnima Snan: ऋषिकेश में माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी
Magh Purnima Snan महाकुंभ के तहत शनिवार को माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट और आसपास क्षेत्र में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने गरीबों को दान कर पुण्य कमाया।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Magh Purnima Snan महाकुंभ के तहत शनिवार को माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट और आसपास क्षेत्र में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने गरीबों को दान कर पुण्य कमाया। त्रिवेणी घाट में शनिवार की सुबह हल्की बूंदाबांदी के बीच श्रद्धालु गंगा में स्नान के लिए पहुंचने लगे थे। बाद में मौसम साफ होने के कारण यहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई।
श्री गंगा सभा ने यहां श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों के जरिये उद्घोषक की व्यवस्था की है। समिति के सदस्य श्रद्धालुओं को कोरोनावायरस संक्रमण के प्रति भी जागरूक कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
पुलिस प्रशासन की ओर से जरूर जहां जगह-जगह पुलिस के अतिरिक्त मेला ड्यूटी पर आए आइटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया है। एसडीआरएफ की टीम भी श्रद्धालुओं को कोरोना के लेकर जागरूक कर रही है। स्नान के दौरान जल दुर्घटना को रोकने के लिए यहां आपदा प्रबंधन दल और जल पुलिस की टीम राफ्ट सहित तैनात की गई है। कुंभ मेला की व्यवस्थाओं को देखते हुए तीन दिन पूर्व उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त जिला विधिक प्राधिकरण की सचिव न्यायाधीश नेहा कुशवाहा ने टीम के साथ यहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया था।
सिंचाई विभाग यहां बाढ़ सुरक्षा का कार्य करा रहा है। इसके अतिरिक्त एमडीडीए ने आरती स्थल और आसपास घाट पर सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया था। जो जिला विधिक प्राधिकरण सचिव के निर्देश के बाद पूरा कर लिया गया है।
श्री गंगा सभा के अध्यक्ष राहुल शर्मा ने बताया कि हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान करने वाले व्यक्ति के सारे पाप मिट जाते हैं। मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु स्वयं गंगा नदी में स्नान करते हैं। इसलिए माघ पूर्णिमा के दिन जो भी गंगा स्नान करता है उसको सभी तरह के पुण्य की प्राप्ति होती है। उधर, मुनिकीरेती के शत्रुघन घाट, पूर्णानंद घाट, लक्ष्मण झूला और स्वर्गाश्रम के घाटों पर भी श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं।
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