पर्यटन के रूप में विकसित होगा लाखामंडल का सेरा घाट
त्यूणी राज्य के 13 चयनित टूरिस्ट डेस्टीनेशन में एक जौनसार-बावर के देवनगरी लाखामंडल के सेरा घाट को विकसित करने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है।
संवाद सूत्र, त्यूणी: राज्य के 13 चयनित टूरिस्ट डेस्टीनेशन में एक जौनसार-बावर के देवनगरी लाखामंडल के पास स्थित सेरा घाट को पर्यटन एवं तीर्थाटन के रूप में विकसित करने की कवायद शुरू हो गई। निदेशक पर्यटन विकास परिषद के निर्देशन में जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने सेरा के यमुना घाट में आधारभूत सुविधाएं जुटाने को कार्यदाई संस्था सिचाई विभाग अंबाड़ी से प्रस्ताव मांगा है।
पांडवकालीन महत्व के प्रमुख पर्यटन स्थल लाखामंडल को सरकार ने देहरादून जनपद का टूरिस्ट डेस्टीनेशन केंद्र घोषित किया है। लाखामंडल के पास सेरा में यमुना घाट को तीर्थाटन और पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए स्थानीय निवासी मां यमुना आश्रय सेवा समिति के संयोजक एवं पूर्व प्रदेश महामंत्री जनजाति मोर्चा गीताराम गौड़ ने बीते अगस्त में यहां पहली बार धार्मिक अनुष्ठान किया। इसमें आरएसएस के कई बड़े नेता शामिल रहे। सेरा घाट में मां यमुना की नियमित आरती और पूजा-अर्चना को समिति ने अपने स्तर से व्यवस्था की है। कुछ दिन पहले समिति के आग्रह पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत भी सेरा घाट में मां यमुना की आरती में शामिल हुए थे। यहां आधारभूत सुविधाओं की कमी के चलते श्रद्धालुओं को बड़ी परेशानी हो रही है। आमजन की समस्या देख मां यमुना आश्रय सेवा समिति के संयोजक एवं पूर्व प्रदेश महामंत्री गीताराम गौड़ ने सूबे के मुख्यमंत्री से लाखांमडल के सेरा घाट को विकसित करने की मांग की थी। इसी क्रम में सरकार के निर्देशन में निदेशक अवस्थापना उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कंमाडर दीपक खंडूडी ने इस आशय के आदेश जारी किए हैं। निदेशक अवस्थापना के निर्देशन में जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान ने इस संदर्भ में अधिशासी अभियंता सिचाई विभाग अंबाड़ी-कालसी से प्रस्तावित विकास कार्यों के संबंध में डीपीआर तैयार करने को कहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व प्रदेश महामंत्री की मांग पर हंस फाउंडेशन के संस्थापक एवं प्रेरणास्त्रोत भोले महाराज व माता मंगला देवी को प्रत्र भेजकर लाखामंडल के सेरा में प्रस्तावित यमुना घाट के विकास कार्य को आर्थिक सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया है। सरकार की इस कार्रवाई से मां यमुना आरती को सेरा घाट के विकसित होने की उम्मीद जाग गई।