कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव बोले, उत्तराखंड में सामूहिक नेतृत्व में ही लड़े जाएंगे अगले चुनाव

Uttarakhand Assembly election 2021 उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की लगातार पैरवी कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत और उनके समर्थकों को बड़ा झटका लगा है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 08:02 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 08:02 AM (IST)
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव बोले, उत्तराखंड में सामूहिक नेतृत्व में ही लड़े जाएंगे अगले चुनाव
उत्तराखंड में सामूहिक नेतृत्व में ही लड़े जाएंगे अगले चुनाव। जागरण

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Assembly election 2021 उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की लगातार पैरवी कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत और उनके समर्थकों को झटका लगा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने अगला चुनाव सामूहिक नेतृत्व में ही कराए जाने के पार्टी के रुख को दोबारा दोहरा दिया। यही नहीं उन्होंने संगठन की सक्रियता को लेकर फिर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की पीठ थपथपाते हुए कहा कि वह प्रदेश में पार्टी का मजबूती से नेतृत्व कर रहे हैं। बीते माह के दूसरे पखवाड़े में तीन दिनी दौरे के दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा था कि अगला विधानसभा चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा। 

प्रभारी की वापसी के तुरंत बाद ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव में सामूहिक नेतृत्व की खुले तौर पर मुखालफत शुरू कर दी। यही नहीं उन्होंने मौजूदा परिस्थितियों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने पर जोर देते हुए इंटरनेट मीडिया पर लगातार कई दिनों तक मुहिम भी छेड़ी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आह्वान पर शुक्रवार को राजभवन कूच कार्यक्रम से हरीश रावत दूर रहे। इस कार्यक्रम से एक दिन पहले राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा भी खुलकर हरीश रावत की मुहिम के समर्थन में आए थे। उन्होंने कहा कि प्रभारी के साथ ही हाईकमान से मुलाकात कर हरीश रावत को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग की जाएगी। 

शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने हरीश रावत की मुहिम को उनकी निजी राय बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव में पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने के पक्ष में नहीं है।मजबूती से नेतृत्व कर रहे प्रीतम प्रभारी ने कहा कि पार्टी राज्य में अगला विधानसभा चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ने के अपने रुख पर कायम है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। प्रीतम सिंह मजबूती के साथ प्रदेश में पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। 

बतौर कांग्रेस विधानमंडल दल नेता इंदिरा हृदयेश के अनुभव और मार्गदर्शन का लाभ पार्टी को विधानसभा के भीतर और बाहर मिल रहा है। उन्हें किसी भी स्तर पर किसी तरह के परिवर्तन की चर्चा को भी पूरी तरह नकार दिया। हरीश रावत कद्​दावर नेता उन्होंने कहा कि हरीश रावत पार्टी के कद्​दावर नेता हैं। वह कार्यक्रम में भले ही मौजूद नहीं रहे, लेकिन अल्मोड़ा में कुली बेगार प्रथा की समाप्ति की वर्षगांठ कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन को समर्थन देते हुए उन्होंने एक घंटा मौन उपवास भी रखा। प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्त्ता मजबूती के साथ खड़ा है। कांग्रेस के कारवां में लगातार लोग जुड़ रहे हैं। उत्तराखंड में जनता को कांग्रेस से बड़ी उम्मीदें हैं।

यह भी पढ़ें- हरीश रावत ने जताई सीएम बनने की इच्छा, बोले- मौका मिला तो ये दो अधूरे काम पूरा करूंगा

chat bot
आपका साथी