आठ दशक बाद हनोल मंदिर पहुंची मां काली की डोली

त्यूणी शनिवार को जौनसार के बजऊ गांव से काली मां की देव डोली गाजे-बाजे के साथ हनोल मंदिर पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 07:33 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 07:33 PM (IST)
आठ दशक बाद हनोल मंदिर पहुंची मां काली की डोली
आठ दशक बाद हनोल मंदिर पहुंची मां काली की डोली

संवाद सूत्र, त्यूणी: शनिवार को जौनसार के बजऊ गांव से काली मां की देव डोली गाजे-बाजे के साथ शाही स्नान को सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल पहुंची। बताया जा रहा है कि, अस्सी वर्षों बाद डोली को हनोल मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए लाया गया। इससे पूर्व देव डोली को हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर पहला स्नान कराया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने महासू दरबार में मत्था टेका और मनौती मांगी।

जौनसार के बजऊ गांव में काली माता का प्राचीन मंदिर है। जीर्ण-शीर्ण हो चुके दशकों पुराने इस मंदिर का स्थानीय ग्रामीणों ने इस बार पुर्ननिर्माण करवाया है। नया मंदिर बनने से उसकी प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। बजऊ, कुन्ना, रताड़, सवाई, टिपराड़ समेत आसपास के अन्य ग्रामीण देव डोली यात्रा में शामिल हुए। देव डोली के हनोल पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों, मंदिर की परपंरागत पूजा-अपाठ व्यवस्था से जुड़े कारसेवकों और मंदिर समिति ने काली माता की डोली का परपंरागत तरीके से स्वागत किया। काली माता मंदिर के बजीर रविद्र सिंह, भंडारी श्याम सिंह व केदार सिंह आदि ने विशेष पूजा-अर्चना के बाद देव कुंड में शाही स्नान कराया। पूजा-पाठ संपन्न होने के बाद देव डोली के साथ आए श्रद्धालु मूल मंदिर के लिए प्रस्थान किये। मंदिर परिसर में महासू देवता व काली माता के जयकारे से समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया। इस दौरान ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने देवता के दर्शन कर अपने घर-परिवार के खुशहाली की कामना की। इस मौके पर मंदिर समिति के सहायक प्रबंधक विक्रम सिंह राजगुरु, रोशनलाल, जयकिशन, कुलदीप, जवाहर सिंह, आशीष, सोनू, प्रदीप, राजेश, प्रदीप, नरेंद्र, विद्यादत्त जोशी व कांतीराम आदि मौजूद रहे।

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