उत्तराखंड में कम नहीं हुआ डेंगू का डंक, दून में 37 और मरीजों में पुष्टि

शनिवार को भी दून में 37 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।इनमें 26 मरीज दून मेडिकल कॉलेज सात मरीज गाधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय और चार मरीज सीएचसी रायपुर से इलाज करा रहे हैं।

By Edited By: Publish:Sat, 19 Oct 2019 08:51 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 03:39 PM (IST)
उत्तराखंड में कम नहीं हुआ डेंगू का डंक, दून में 37 और मरीजों में पुष्टि
उत्तराखंड में कम नहीं हुआ डेंगू का डंक, दून में 37 और मरीजों में पुष्टि

देहरादून, जेएनएन। डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर की सक्रियता बनी हुई है। शनिवार को भी दून में 37 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें 26 मरीज दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय, सात मरीज गाधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय और चार मरीज सीएचसी रायपुर से इलाज करा रहे हैं। इसके बाद देहरादून में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 4556 हो गई है। 

प्रदेश में डेंगू के मरीजों का आकड़ा 8200 के आसपास पहुंच चुका है। इनमें भी देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार और उधमसिंहनगर सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं। वहीं, अल्मोड़ा, टिहरी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग और चंपावत जनपद में भी हर अंतराल बाद डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले तीन माह में डेंगू के मच्छर ने पहाड़ और मैदान में जिस तरह कहर बरपाया है, उससे स्वास्थ्य विभाग की भी नींद उड़ी हुई है। इतना जरूर कि पहले की अपेक्षा अस्पतालों में मरीजों का दवाब अब कुछ कम हुआ है। चिकित्सकों का कहना है कि जिन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है, उनमें अधिकाश को दवा देकर घर पर ही आराम करने की सलाह दी जा रही है। 
बता दें कि डेंगू का मच्छर अब तक प्रदेश में बारह से अधिक मरीजों की जान ले चुका है। हालाकि डेंगू की बीमारी के कारण हुई मौत के मामले को लेकर गफलत की स्थिति है। स्वास्थ्य विभाग देहरादून जनपद में जहा डेंगू से मरने वाले मरीजों की संख्या छह और अन्य जनपदों में दो बता रहा है, जबकि संख्या इससे अधिक है। प्राइवेट अस्पतालों में उपचार के दौरान डेंगू के जिन मरीजों की मौत हुई थी, उनका डेथ ऑडिट भी स्वास्थ्य विभाग करा नहीं पाया है। सरकारी अस्पतालों से उपलब्ध आकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन माह में करीब दो हजार डेंगू संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपल की एलाइजा जाच अलग-अलग लैब में हो चुकी है। 
गांव में पहुंची टीम, चौथे दिन मिले चार मरीज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिमला बाइपास रोड स्थित नया गांव पेलियो और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार को चौथे दिन भी दौरा किया। इस दौरान टीम द्वारा क्षेत्र में डेंगू सर्वे सोर्स रिडक्शन का कार्य किया गया। जिन स्थानों पर डेंगू मच्छर का लार्वा मिला है, उसको मौके पर ही नष्ट किया गया। क्षेत्र में बुखार और वायरल पीड़ित आठ मरीज भी मिले हैं। इन मरीजों को दवा दी गई, जबकि चार डेंगू संदिग्ध मरीजों का ब्लड सैंपल लेकर जाच के लिए दून अस्पताल की लैब में भेजा गया। 
विभागीय टीम ने लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी भी दी। दरअसल, तीन दिन पहले अफवाह फैली थी कि नया गांव पेलियो में आठ सौ से अधिक लोग बीमार हैं। इनमें से अधिकाश लोगों को डेंगू होना बताया गया। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची और मौके का मुआयना किया। टीम को पंद्रह-बीस लोग ही वायरल और बुखार से पीड़ित मिले। जिन मरीजों में डेंगू के लक्षण दिखाई दिए, उनके सैंपल लेकर जाच के लिए लैब भेजे गए, लेकिन जाच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार क्षेत्र का दौरा कर रही है।
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