दून में 54 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि, हरिद्वार में बुखार से एक की मौत

जनपद देहरादून में 54 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं हरिद्वार में संदिग्ध बुखार से एक और व्यक्ति की मौत हो गई।

By BhanuEdited By: Publish:Wed, 16 Oct 2019 08:57 AM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 08:57 AM (IST)
दून में 54 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि, हरिद्वार में बुखार से एक की मौत
दून में 54 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि, हरिद्वार में बुखार से एक की मौत

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में डेंगू का कहर थमता नहीं दिख रहा है। अक्टूबर आधा बीच चुका है, पर अभी भी हर दिन डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं। जनपद देहरादून में 54 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं, हरिद्वार में संदिग्ध बुखार से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। 

दून में डेंगू के ताजा मामले में 14 मरीजों की जांच दून अस्पताल में, 16 की गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय, 19 की एसपीएस अस्पताल ऋषिकेश व पांच की सीएचसी रायपुर में हुई है। इसके बाद डेंगू के मरीजों का अब तक का आंकड़ा 4332 पर पहुंच गया है। वहीं, राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या साढ़े सात हजार से ऊपर हो गई है। इनमें भी देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर व हरिद्वार से सर्वाधिक मरीज शामिल हैं।

पहली मर्तबा ऐसा हो रहा है कि वातावरण में ठंडक होने के बाद भी डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर की सक्रियता बनी हुई है। सिर्फ मैदान ही नहीं बल्कि पहाड़ में भी मच्छर लगातार पैर पसार रहा है। रोजाना किसी न किसी क्षेत्र से डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं। 

पिछले तीन माह से अधिक समय से यह सिलसिला जारी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू की रोकथाम व बचाव के लिए जो इंतजाम किए गए थे, वह सभी नाकाफी ही साबित हुए। विभागीय अधिकारी मान रहे थे कि मौसम ठंडा होने से डेंगू का डंक मारने वाले मच्छर की सक्रियता कुंद हो जाएगी। ऐसा भी नहीं हुआ है। लिहाजा महकमे की चिंता भी बढ़ती जा रही है।

संदिग्ध बुखार ने ले ली एक और जान

संदिग्ध बुखार से हरिद्वार जिले के भगवानपुर क्षेत्र में एक और ग्रामीण की मौत हो गई। ग्रामीण पिछले एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित था। बताया जा रहा है कि मृतक में डेंगू के लक्षण मिले थे। अब तक भगवानपुर क्षेत्र में संदिग्ध बुखार से 29 लोगों की मौत हो चुकी है। 

भगवानपुर क्षेत्र के मंडावर गांव में संदिग्ध बुखार से कई लोग पीड़ित हैं। पाल (55) पुत्र शंभू राम को एक सप्ताह पहले बुखार आया था। पाल ने एक निजी अस्पताल में बुखार का इलाज कराया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। परिवार के लोगों ने बताया कि मंगलवार तड़के करीब चार बजे पाल को सांस लेने में दिक्कत होने लगी और कुछ देर में ही उनकी मौत हो गई। मंडावर गांव में बुखार से शनिवार को भी एक महिला की मौत हुई थी। 

16 में से आठ मरीजों में डेंगू के लक्षण

सिविल अस्पताल रुड़की में इलाज को आए बुखार पीड़ित 16 मरीजों की डेंगू की जांच कराई गई। इसमें आठ मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले हैं। डॉक्टरों ने मरीजों को विशेष सावधानी रखने की सलाह दी है। अधिक से अधिक पेय पदार्थ पीने के साथ ही जब तक स्थिति सामान्य न हो जाए, तब तक चिकित्सक के संपर्क में रहने को कहा है। 

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बुखार से पीड़ित पांच मरीज भर्ती

रुड़की में बुखार से पीड़ित पांच और मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। मरीजों को नाजुक हालत में अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था। चिकित्सकों ने मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है। पांचों मरीज अलग-अलग स्थानों से आए हैं। चिकित्सकों ने मरीजों की खून की जांच कराई है। चिकित्सकों ने बताया कि डेंगू के भय से अब सामान्य बुखार को भी गंभीरता से ले रहा है। अस्पताल के दोनों डेंगू वार्ड अभी भी मरीजों से फुल हैं।

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