विक्रेताओं ने इस माह सरकारी गल्ले की दुकानें बंद रखने की मांग
कोरोना वायरस का संक्रमण देहरादून के कई सरकारी सस्ते गल्ले के विक्रेताओं (राशन डीलर) की जान ले चुका है। ऐसे में विक्रेताओं ने खाद्य मंत्री बंशीधर भगत और जिला आपूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी से सभी राशन डीलर को कोरोना वारियर घोषित करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: कोरोना वायरस का संक्रमण देहरादून के कई सरकारी सस्ते गल्ले के विक्रेताओं (राशन डीलर) की जान ले चुका है। इससे बाकी विक्रेताओं में रोष के साथ भय का माहौल है। ऐसे में विक्रेताओं ने खाद्य मंत्री बंशीधर भगत और जिला आपूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी से सभी राशन डीलर को कोरोना वारियर घोषित करने की मांग की है।
उनका यह भी कहना है कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस माह सस्ते गल्ले की दुकानें बंद रखी जाएं। इस बाबत राशन डीलर रवि शर्मा, पवन कुमार, दिनेश, रवि वोहरा आदि ने खाद्य मंत्री और जिला आपूर्ति अधिकारी को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि जिले में कोरोना संक्रमण से हालात दिन ब दिन भयावह होते जा रहे हैं। इन हालात में भी राशन डीलर अपनी जान खतरे में डालकर दुकानों पर राशन का वितरण कर रहे हैं ताकि आमजन को कोई समस्या न हो। इसके चलते कई राशन डीलर भी कोरोना की चपेट में आ गए। उनमें से कई की जान चली गई, जबकि कई अभी भी इस महामारी से जूझ रहे हैं। कई राशन डीलर के स्वजन भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। बावजूद इसके विभाग और सरकार की तरफ से राशन डीलर की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा। जो दुखद है।
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उन्होंने कहा कि सवा साल में न तो किसी राशन की दुकान को सैनिटाइज कराया गया और न ही किसी राशन डीलर की जांच कराई गई। मास्क और पीपीई किट भी उपलब्ध नहीं कराई गई। दुकान पर भीड़ के प्रबंधन और व्यवस्था बनाने के लिए भी कोई सहायता नहीं दी जा रही। उन्होंने विभाग और खाद्य मंत्री से इसका संज्ञान लेते हुए राशन डीलरों को कोरोना वारियर घोषित करने, सभी का 50-50 लाख रुपये का बीमा करवाने, सभी दुकानों को नियमित सैनिटाइज कराने और भीड़ के प्रबंधन के लिए मदद उपलब्ध कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस माह के राशन का वितरण अगले माह करने और पिछले साल वितरित किए गए निश्शुल्क राशन का कमीशन व किराया भत्ता जारी करने की मांग की है।
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