अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर धार्मिक भावनाएं भड़काना गलत

संवाद सहयोगी विकासनगर वेब सीरीज तांडव को लेकर चारों तरफ उबाल है। वेब सीरीज के निर्माता-निर्देशक व इसमें भूमिका निभाने वाले कलाकारों के प्रति लोग नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 12:42 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 12:42 PM (IST)
अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर धार्मिक भावनाएं भड़काना गलत
अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर धार्मिक भावनाएं भड़काना गलत

संवाद सहयोगी, विकासनगर: वेब सीरीज तांडव को लेकर चारों तरफ उबाल है। वेब सीरीज के निर्माता-निर्देशक व इसमें भूमिका निभाने वाले कलाकारों के प्रति लोग नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। पछवादून क्षेत्र के भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने वेब सीरीज को अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास बताया है। उन्होंने वेब सीरीज का प्रसारण रोकने की मांग भी सरकार से की है।

तांडव वेब सीरीज में देवी-देवताओं का अपमान असहनीय है। विशेष तौर पर एक धर्म को टारगेट करना ओछी मानसिकता का परिचायक है। वेब सीरीज बनाने वालों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए था कि इसके प्रसारण से देश के सनातन धर्म को मानने वाले करोड़ों देशवासियों की भावनाएं आहत होगी। सरकार को वेब सीरीज के प्रसारण पर रोक लगाते हुए इसके निर्माता-निर्देशकों व कलाकारों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराना चाहिए।

अनिल जसरोटियाल, मीडिया प्रभारी भाजपा विकासनगर मंडल

वेब सीरीज या फिल्मों में धर्म को लेकर फूहड़पन दिखाना या धार्मिक मान्यताओं का उपहास करना किसी भी स्तर पर ठीक नहीं है। फिल्मों के विषय धर्म को छोड़कर कुछ भी हो सकते हैं। फिल्म निर्माताओं को फिल्मों में किसी भी धर्म का मजाक उड़ाने की प्रवृत्ति को बंद करना चाहिए। तांडव जैसी वेब सीरीज को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करके सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

दिव्या राणा, प्रदेश मंत्री भारतीय जनता युवा मोर्चा।

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अर्थ यह नहीं है कि किसी भी धर्म या व्यक्ति का उपहास किया जाए। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर धार्मिक भावनाएं भड़काना एकदम अनुचित व गैरकानूनी है। सरकार को इस प्रकार के मामलों में सख्ती बरतनी चाहिए, जिससे आने वाले समय में भी कोई व्यक्ति इस प्रकार का प्रयास न कर सके।

गुरप्रीत सिंह हैप्पी, गढ़वाल सह संयोजक, भारतीय जनता युवा मोर्चा

वेब सीरीज पर नजर रखने के लिए फिल्म सेंसर बोर्ड जैसी व्यवस्था की जानी चाहिए। जिससे समाज के सामने जाने वाली सामग्री को लेकर किसी प्रकार का वाद-विवाद न हो। तांडव में जिस प्रकार से देवी देवताओं का अपमान किया गया, उसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है। सरकार को वेब सीरीज पर तुंरत रोक लगा देनी चाहिए।

चिराग गुलेरिया, युवा भाजपा नेता

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