छोटे अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में मिले छूट, आइएमए पदाधिकारियों ने सीएम को भेजा पत्र

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने राज्य सरकार से छोटे अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में छूट देने की मांग की है। इस संबंध में आइएमए पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अपना मांगपत्र भेजा है। आइएमए के प्रदेश सचिव डा. अजय खन्ना ने आइएमए ब्लड बैंक में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 05:05 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 05:38 PM (IST)
छोटे अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में मिले छूट, आइएमए पदाधिकारियों ने सीएम को भेजा पत्र
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने राज्य सरकार से छोटे अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में छूट देने की मांग की है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने राज्य सरकार से छोटे अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में छूट देने की मांग की है। इस संबंध में आइएमए पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अपना मांगपत्र भेजा है। आइएमए के प्रदेश सचिव डा. अजय खन्ना ने बुधवार को आइएमए ब्लड बैंक में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के नियमों के चलते छोटे अस्पतालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

तीस बेड और उससे कम वाले अस्पतालों को एक्ट में छूट देने की मांग लंबे वक्त से की जा रही है। स्वास्थ्य महानिदेशालय व स्वास्थ्य सचिव के स्तर से उक्त प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल चुकी है, लेकिन मामला न्याय विभाग में लंबित है। इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में यह व्यवस्था लागू है। डा. खन्ना ने कहा कि अस्थायी पंजीकरण के रूप में भी अस्पतालों पर अत्याधिक बोझ डाला जा रहा है। पंजीकरण अवधि समाप्त होने पर नवीनीकरण के बजाय पुन: पंजीकरण किया जा रहा है। जिसमें पूरा शुल्क देना होता है। जबकि एक्ट में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।

दिल्ली की तरह 50 बेड व उससे कम वाले अस्पतालों को ईटीपी व एसटीपी में छूट की मांग भी उन्होंने की। उन्होंने कहा कि इस विषय में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से बात की गई। जिन्होंने बताया कि इस मामले सरकार के स्तर से ही कार्रवाई हो सकती है। उन्होनें एक्ट के तहत अपराध को गैर जमानती बनाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि कोविड की पहली व दूसरी लहर में इस महामारी की रोकथाम व उपचार में निजी अस्पतालों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। उम्मीद है कि सरकार भी निजी अस्पतालों के हित में फैसला लेगी। इस दौरान आइएमए की केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य डा. डीडी चौधरी, जिलाध्यक्ष डा. अमित सिंह. आइएमए ब्लड बैंक के निदेशक डा. संजय उप्रेती आदि भी मौजूद थे।

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बीमार पशुओं को अस्पताल ले जाएगी गो एंबुलेंस

हिंदू रक्षा दल ने बीमार और घायल पशुओं को अस्पताल ले जाने के लिए गो एंबुलेंस सेवा शुरू की है। बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि जोगिंदर पुंडीर ने हरी झंडी दिखाकर एंबुलेंस को रवाना किया। दल के प्रदेश प्रभारी भंवर सिंह पुंडीर ने कहा कि शहर की सड़कों पर आमजन ने पशुओं को बेसहारा छोड़ रखा है। देख-रेख न होने से पशु बीमार और वाहनों की चपेट में आने से घायल हो जाते हैं। ऐसे पशुओं को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए गो एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की गई है। पशुओं के लिए भारूवाला में गोशाला बनाई गई है। जिसका उद्घाटन 10 दिसंबर को किया जाएगा। इस अवसर पर लता शर्मा, मंजू रौथाण, ललित शर्मा आदि मौजूद रहे।

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