शहर को बदरंग करने वालों पर निगम की कार्रवाई शुरू, प्रमुख राजनीतिक पार्टियों को नोटिस
शहर बदरंग करने वालों के विरुद्ध नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सरकारी और निजी संपत्तियों पर बिना इजाजत बैनर और पोस्टर चिपकाने वालों में इस बार राजनीतिक दलों के महानगर अध्यक्षों को आड़े हाथों लिया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। देहरादून शहर बदरंग करने वालों के विरुद्ध नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सरकारी और निजी संपत्तियों पर बिना इजाजत बैनर और पोस्टर चिपकाने वालों में इस बार राजनीतिक दलों के महानगर अध्यक्षों को आड़े हाथों लिया गया है। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय के आदेश पर उप नगर आयुक्त ने भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा, आप और उक्रांद के महानगर अध्यक्षों को नोटिस भेजकर बिना अनुमति लगाए गए बैनर-पोस्टर 12 घंटे में हटाने के निर्देश दिए हैं। ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
शहर में दीवारों पर पेंटिंग, पोस्टर, बैनर आदि लगाकर शहर को बदरंग किया जा रहा है। बड़ी संख्या में शहर में सरकारी व गैर-सरकारी इमारतों की दीवारों पर पोस्टर चिपके हुए हैं। इनमें राजनीतिक दलों समेत छात्र नेताओं एवं निजी प्रतिष्ठानों के पोस्टर भी शामिल हैं। इसके अलावा बिजली के खंभों पर भी तमाम राजनीतिक दलों अथवा निजी प्रतिष्ठानों के बैनर टंगे हुए हैं। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि जल्द ही स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने वाला है और ऐसे में जगह-जगह बना मंजूरी लगे ये बैनर-पोस्टर शहर को बदरंग कर रहे हैं।
इस संबंध में उन्होंने शनिवार को निगम के भूमि अनुभाग के अफसरों को तलब किया और बिना अनुमति लगे बैनर व पोस्टरों की पूरी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उप नगर आयुक्त को आदेश दिया गया कि पहले चरण में प्रमुख राजनीतिक पार्टी के महानगर अध्यक्षों को नोटिस भेजे जाएं। नगर आयुक्त ने सभी राजनीतिक पार्टियों को यह भी निर्देशित किया है कि बैनर-पोस्टर लगाने के लिए पहले नगर निगम से मंजूरी लेना अनिवार्य है। इसके साथ ही कार्यक्रम की समाप्ति के 12 घंटे के भीतर बैनर और पोस्टर हटाने होंगे।
मलबा डालने पर होगा चालान
सड़क पर मलबा अथवा निर्माण सामग्री डालकर मार्ग को अवरुद्ध करने वालों के विरुद्ध भी नगर आयुक्त ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। नगर आयुक्त ने निगम टीमों को मुख्य मार्गों पर अभियान चला मलबा व निर्माण सामग्री जब्त करने के निर्देश दिए हैं। आयुक्त ने बताया कि अगर किसी के घर के समीप मार्ग ऐसी निर्माण सामग्री से अवरुद्ध हो रहा है तो वह नगर निगम को शिकायत कर सकता है। निगम के एप पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
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