देहरादून: ट्रेचिंग ग्राउंड की जमीन पर गरजी जेसीबी, ध्वस्त किए अवैध कब्जे; मौके पर जमकर हुआ हंगामा

ट्रेचिंग ग्राउंड की जमीन पर हुए अवैध कब्जों को निगम की भूमि अनुभाग की टीम ने जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। इस दौरान कब्जेधारियों ने काफी हंगामा किया और जेसीबी पर पथराव करने का प्रयास भी किया। पुलिस ने कब्जेधारियों को खदेड़ दिया।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 10:40 AM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 10:40 AM (IST)
देहरादून: ट्रेचिंग ग्राउंड की जमीन पर गरजी जेसीबी, ध्वस्त किए अवैध कब्जे; मौके पर जमकर हुआ हंगामा
देहरादून: ट्रेचिंग ग्राउंड की जमीन पर गरजी जेसीबी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। नगर निगम के सहस्रधारा रोड पर ट्रेचिंग ग्राउंड की जमीन पर हुए अवैध कब्जों को निगम की भूमि अनुभाग की टीम ने जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। इस दौरान कब्जेधारियों ने काफी हंगामा किया और जेसीबी पर पथराव करने का प्रयास भी किया। पुलिस ने कब्जेधारियों को खदेड़ दिया। वहीं, नगर आयुक्त ने भूमि अनुभाग की टीम को अवैध कब्जे कराने में शामिल भूमाफिया पर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।

चार साल से सहस्रधारा रोड स्थित पुराना ट्रेचिंग ग्राउंड बंद पड़ा है। ऐसे में भूमाफिया उसकी जमीन कब्जाने की कोशिश कर रहे। पूर्व में भी कब्जे के प्रयास हुए, लेकिन नगर निगम ने तोड़ दिए। इस बार दो दिन में कुछ भूमाफिया ने वहां करीब पचास परिवारों को बसा दिया। सभी ने कच्चे-पक्के मकान भी बना डाले। जब स्थानीय जन ने विरोध शुरू किया तो कब्जेधारियों ने उनसे हाथापाई का प्रयास कर किया। शुक्रवार को वहां जमकर हंगामा भी हुआ और स्थानीय जन ने निगम अधिकारियों को सूचना दी। नगर आयुक्त ने भूमि अनुभाग की टीम को कब्जे हटाने और विधिक कार्रवाई करने को कहा था। इस पर शनिवार की शाम भूमि कर अधीक्षक विनय प्रताप सिंह के नेतृत्व में निगम व पुलिस की टीम वहां पहुंची और जेसीबी से सभी कब्जे ध्वस्त कर दिए।

पहले गंदगी और दुर्गंध की लड़ाई, अब कब्जों से परेशान

ट्रेंचिंग ग्राउंड के आसपास रिहायशी क्षेत्र है। यहां के निवासियों ने करीब 15 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 2017 में गंदगी व दुर्गंध से निजात पाई थी। दिसंबर 2017 से ट्रेचिंग ग्राउंड में ताला लगा दिया गया था। करीब दस हजार की आबादी ने राहत की सांस ली थी, लेकिन अब अवैध कब्जों से यह लोग परेशान हैं। इसके लिए लोग नगर निगम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और कहते हैं कि कब्जों के लिए निगम की लापरवाह कार्यशैली दोषी है। स्थानीय जन ने कहा कि अगर निगम यहां सिटी पार्क व अन्य कोई परियोजना शुरू कर देता तो इस तरह के कब्जे नहीं होते।

कब्जेधारियों का निगम में भी हंगामा

शनिवार को सहस्रधारा रोड पर कब्जा करने वाले लोग बड़ी संख्या में नगर निगम पहुंचे और भूमि अनुभाग में हंगामा किया। उनका आरोप था कि भूमाफिया और निगम अधिकारियों ने मिलकर उन्हें जमीन दी और अब हटाने की तैयारी कर रहे। इसके साथ ही कुछ व्यक्तियों ने निगम के एक कर्मचारी पर सौ-सौ रुपये हफ्ता लेने का आरोप भी लगाया। उनकी भूमि कर अधीक्षक विनय प्रताप सिंह से नोंकझोंक भी हुई। जिस पर विनय प्रताप सिंह ने स्पष्ट चेतावनी दी कि कब्जे खाली कर सामान समेट लो, अन्यथा कुछ देर बाद निगम की टीम जेसीबी लेकर पहुंच रही। इसके चार घंटे बाद निगम टीम जेसीबी लेकर पहुंची और कब्जे तोड़ जमीन खाली करा ली।

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