एक माह पहले के स्तर पर दिखने लगा देहरादून का संक्रमण, पढ़िए पूरी खबर
क्या अब यह मान लेना चाहिए कि दून में कोरोना का पीक (चरम) आ चुका है और अब संक्रमण का ग्राफ नीचे जा रहा है। आंकड़े तो यही बयां कर रहे हैं मगर अभी से यह मान लेना ठीक नहीं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। क्या अब यह मान लेना चाहिए कि दून में कोरोना का पीक (चरम) आ चुका है और अब संक्रमण का ग्राफ नीचे जा रहा है। आंकड़े तो यही बयां कर रहे हैं, मगर अभी से यह मान लेना ठीक नहीं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के प्रयास और तेज करने की जरूरत है, ताकि संक्रमण दर घटने व स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोतरी का यह क्रम और प्रभावी हो सके। फिलहाल, इस बात का सुकून है कि रविवार को दून की संक्रमण दर भारी गिरावट के साथ 12.60 फीसद रही।
ऐसे ही हालातएक माह पूर्व अप्रैल की शुरुआत से मध्य अवधि तक भी थे। अप्रैल में 13 और 17 तारीख को संक्रमण दर क्रमश: 11.22 व 11.73 फीसद थी। इसके बाद संक्रमण में निरंतर बढ़ोतरी देखी गई और अंतिम दफा 19 अप्रैल को 12.65 फीसद की संक्रमण दर रविवार के करीब दिखी। खैर, कोरोना संक्रमण के ताजा आंकड़े दून के सुरक्षित भविष्य की उम्मीद जगाने लगे हैं। अच्छी बात यह भी है कि लगातार तीसरे दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक संक्रमित व्यक्ति कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो गए।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अलग-अलग चरण में काम किया जा रहा है। संक्रमित व्यक्ति के सामने आने के बाद होम आइसोलेशन में उसकी निगरानी, कम्युनिटी सर्विलांस, कंटेनमेंट जोन और अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा बेहतर करने के लिए पूरी व्यवस्था बनाई गई है। संक्रमण की रोकथाम के साथ मृत्यु दर पर भी अंकुश लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उपचार में किसी भी तरह की हीलाहवाली न हो, इसके लिए अस्पतालों की जिम्मेदारी तय कर हर एक मृत्यु का ऑडिट कराने के आदेश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें-Black Fungus: ब्लैक फंगस के लक्षणों को हल्के में लेना पड़ सकता है भारी, बरतें ये सावधानी
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें