देहरादून के डीएम पहुंचे सत्तोवाली घाटी, सुरक्षा इंतजाम के दिए निर्देश

गांधीग्राम स्थित सत्तोवाली घाटी में नदी किनारे मकान धराशायी होने के बाद प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो गया है। जिलाधिकारी ने अधीनस्थों को तत्काल सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही विभागों को नदी किनारे बसी आबादी की सुरक्षा के लिए इंतजाम करने को कहा है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 10:16 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 10:16 PM (IST)
देहरादून के डीएम पहुंचे सत्तोवाली घाटी, सुरक्षा इंतजाम के दिए निर्देश
गांधीग्राम स्थित सत्तोवाली घाटी में नदी किनारे मकान धराशायी होने के बाद प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो गया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। गांधीग्राम स्थित सत्तोवाली घाटी में नदी किनारे मकान धराशायी होने के बाद प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो गया है। जिलाधिकारी ने अधीनस्थों को तत्काल सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नगर निगम, सिंचाई विभाग और राजस्व विभाग को नदी किनारे बसी आबादी की सुरक्षा के लिए जलभराव व भूस्खलन से बचाव के लिए इंतजाम करने को भी कहा है।

गुरुवार देर रात ग्रांधीग्राम क्षेत्र में स्थित सत्तोवाली घाटी में पुश्ता धंसने से एक मकान धराशायी हो गया और कई अन्य मकानों में दरारें आ गईं। रातोंरात मकान खाली कराए गए और प्रभावितों को स्कूल व आश्रम में विस्थापित किया गया। शुक्रवार सुबह जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने कैंट विधायक हरबंस कपूर के साथ बस्ती का निरीक्षण किया। इस दौरान विधायक ने स्थानीय निवासियों को बरसात में होने वाली समस्याओं से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करने को कहा।

जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को नदी-नालों की लगातार सफाई करवाने व प्लास्टिक कूड़ा हटाने के निर्देश दिए। ताकि नदी-नालों में कूड़ा फसने से जलभराव की स्थिति न बने। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नदी किनारे पुश्ता निर्माण व स्थिति पर नजर रखते हुए समय पर मरम्मत करते रहने को कहा है। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को नदी किनारे अतिक्रमण व निर्माण कार्यों पर रोक लगाने को नदी किनारे बसी बस्तियों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को नदी किनारे बसी बस्तियों की बाढ़, जलभराव, भूस्खलन से सुरक्षा के दृष्टिगत तत्कालिक एवं दीर्घकालिक योजना के कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने मानसून सीजन में आपदा के दृष्टिगत मुस्तैद रहने व आइआरएस सिस्टम को सक्रिय रखते हुए आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित विभाग से प्रत्येक एक घंटे के भीतर की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुए अवगत कराने को कहा।

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