वायु सेना में उड़ान भरने को तैयार देहरादून की बेटी निधि बिष्‍ट, जा‍निए इनके बारे में

दून की बेटी निधि बिष्ट वायु सेना (एयर फोर्स) में उड़ान भरने को तैयार हैं। 19 जून को वह हैदराबाद स्थित एयर फोर्स एकेडमी से पासआउट होकर फ्लाइंग आफिसर बनेंगी। साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली निधि का पहला सपना सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना था।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 08:24 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 08:24 AM (IST)
वायु सेना में उड़ान भरने को तैयार देहरादून की बेटी निधि बिष्‍ट, जा‍निए इनके बारे में
वायु सेना में उड़ान भरने को तैयार देहरादून की बेटी निधि बिष्‍ट।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून की बेटी निधि बिष्ट वायु सेना (एयर फोर्स) में उड़ान भरने को तैयार हैं। 19 जून को वह हैदराबाद स्थित एयर फोर्स एकेडमी से पासआउट होकर फ्लाइंग आफिसर बनेंगी। साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली निधि का पहला सपना सिविल सेवा में जाकर देश की सेवा करना था। हालांकि, जांबाजों की कहानियों से प्रेरित होकर उन्होंने सेना में जाने का निश्चय किया।

निधि बिष्ट का जन्म वर्ष 1996 में पौड़ी के अस्वालस्यूं क्षेत्र महड़ गांव में हुआ। उनकी मां ऊषा बिष्ट गृहणी हैं और पिता अनिल बिष्ट निजी क्षेत्र में कार्यरत हैं। वहीं, छोटे भाई पीयूष बिष्ट का फास्ट फूड संबंधी कारोबार है।

वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) से स्नातकोत्तर व पीएचडी करने वाली निधि के पास वानिकी अनुसंधान के रूप में करियर बनाने का सुनहरा अवसर था। हालांकि, इसके अलावा पूर्व में उन्होंने तय किया था कि वह सिविल सेवा में जाएंगी। फिर वक्त ने करवट ली और उन्हें सेना की जांबाजी के किस्से प्रेरित करने लगे। उन्हें लगने लगा कि देश की सच्ची सेवा सिर्फ सेना में जाकर ही की जा सकती है।

बचपन से ही पढ़ाई में होनहार निधि ने जब अपनी यह इच्छा परिवार के साथ साझा की तो उन्होंने हर बार की तरह यहां भी हौसला बढ़ाया। निधि आसानी से एयर फोर्स कामन एडमिशन टेस्ट (एफकैट) पास कर लिया और पिछले साल अगस्त माह में वह 11 माह के प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद चली गईं। निधि की मां ऊषा बिष्ट कहती हैं कि उनके परिवार के लिए इससे अधिक खुशी की बात कुछ नहीं हो सकती।

निधि का परिवार इस समय देहरादून के केदारपुरम में रहता है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा श्रीनगर स्थित चौरास के सैंजो स्कूल हुई। उन्होंने 12वीं की पढ़ाई देहरादून के डीएवी पब्लिक स्कूल से की। दिल्ली विवि से स्नातक करने के बाद एफआरआइ से स्नातकोत्तर और पीएचडी की।

यह भी पढ़ें-14576 फीट की ऊंचाई पर सात दिन की यादगार गश्त, पहली बार शामिल हुई तीन महिला वनकर्मी

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी