शिबू ने गाली गलौज करने पर की थी राजमिस्त्री अनिल सिंह की हत्या

कैंट कोतवाली स्थित मित्रलोक कालोनी में राजमिस्त्री अनिल सिंह की हत्या के मामले में फरार चल रहे शिबू कुमार को पुलिस ने शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से पूछताछ में पता चला कि उसने गाली-गलौज करने पर अनिल की हत्या की थी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 11:35 AM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 09:54 PM (IST)
शिबू ने गाली गलौज करने पर की थी राजमिस्त्री अनिल सिंह की हत्या
घटना के तीसरे दिन हत्थे चढ़ा आरोपित शिबू।

जागरण संवाददाता, देहरादून: कैंट कोतवाली स्थित मित्रलोक कालोनी में राजमिस्त्री अनिल सिंह की हत्या के मामले में फरार चल रहे शिबू कुमार को पुलिस ने शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से पूछताछ में पता चला कि उसने गाली-गलौज करने पर अनिल की हत्या की थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू भी कालोनी के पास स्थित एक प्लाट से बरामद कर लिया है। आरोपित को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

रविवार को पत्रकारों से वार्ता में एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि 16 जुलाई की रात मित्रलोक कालोनी में रहने वाली पिंकी मूल निवासी ग्राम फुलवरिया जिला बेगूसराय (बिहार) ने पुलिस से शिकायत की कि उसके पति अनिल की किसी ने गले पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी है। पुलिस ने मौके पर पहुंच छानबीन की। जिसमें पता चला कि अनिल के साथ पड़ोस में रहने वाला शिबू कुमार सुबह से शराब पी रहा था और घटना के बाद से वह फरार है। उसकी तलाश के लिए सीओ मसूरी नरेंद्र पंत, इंस्पेक्टर कैंट कोतवाली ऐश्वर्य पाल के नेतृत्व में पुलिस ने शहरभर के 208 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके बाद शनिवार रात शिबू कुमार मूल निवासी भदास, खगडिय़ा (बिहार) को डाकरा बाजार से गिरफ्तार कर लिया गया।

एसपी सिटी के अनुसार पूछताछ में आरोपित शिबू ने बताया कि 16 जुलाई को वह अनिल के साथ घूम रहा था। दोनों ने साथ में शराब पी। इसके बाद वह अनिल के साथ उसके कमरे पर गया। वहां अनिल ने शिबू के साथ गाली-गलौज की। इससे शिबू को गुस्सा आ गया और उसने चाकू से अनिल के गले पर कई वार कर दिए। इसके बाद शिबू वहां से भाग गया। रात को वह पैदल ही डाकरा में रहने वाले पुराने ठेकेदार के घर पहुंचा, लेकिन उससे घटना का जिक्र नहीं किया। सुबह काम मांगने पर उक्त ठेकेदार ने दूसरे ठेकेदार से बात कर उसे डाकरा में एक मकान के निर्माण कार्य के लिए भेज दिया। एसपी सिटी के अनुसार आरोपित बिहार भागने वाला था, मगर उसके पास इसके लिए आवश्यक रुपये नहीं थे। तलाशी लेने पर उसकी जेब में केवल 20 रुपये मिले।

अनिल अक्सर करता था गाली-गलौज

पूछताछ में शिबू ने बताया कि अनिल उसके साथ अक्सर गाली-गलौज करता था। उसने कई बार अनिल को समझाया कि गाली मत दिया कर, लेकिन वह नहीं माना। ऐसे में शिबू ने अनिल को मारने की योजना बना डाली। इसके लिए उसने घटना वाले दिन से पहले रोज गुरुवार को पलटन बाजार से चाकू खरीदा।

'अन्याय का फैसला हनुमान करते हैं, मैैंने खुद कर दियाÓ

देहरादून: राजमिस्त्री अनिल को मौत के घाट उतारने वाले आरोपित शिबू के चेहरे पर गिरफ्तारी के बाद कोई शिकन नहीं दिखी। पुलिस ने जब आरोपित से पूछा कि उसने अनिल को क्यों मारा तो शिबू ने जवाब दिया कि अन्याय का फैसला हनुमान करते हैं, लेकिन मैैंने खुद कर दिया। शिबू ने कहा कि वह अनिल को बोलता रहता था कि वह चाहे उसे थप्पड़ मार दे, लेकिन गाली मत दे। उसने बताया कि अनिल की गालियां उसके दिल में चुभती थीं। मारते वक्त नशे में धुत अनिल चिल्ला न सके, इसके लिए उसने उसका मुंह एक हाथ से बंद कर दिया था। अनिल को चाकू मारने के बाद वह कमरे से बाहर निकला और कुंडी लगा दी। कमरे के बाहर खड़े अनिल के बेटे से शिबू ने कहा कि अंदर मत जाना नहीं तो पापा उसे डांटेंगे। ऐसे में अनिल का बेटा बाहर ही खेलता रहा और अपनी मां के आने का इंतजार करता रहा। सीओ मसूरी नरेंद्र पंत ने बताया कि आरोपित शिबू के अपने घर बिहार में भी रिश्ते अच्छे नहीं है, इसलिए वह दो साल से घर नहीं गया। कुछ समय वह अपने पिता अशोक शाह के साथ नाहन में भी रहा, लेकिन उनके साथ भी झगड़ा करके आठ महीने पहले देहरादून आ गया। यहां वह मजदूरी करता था।

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